आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी जोर आजमाइश शुरू कर दी है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने तीन सीटों पर अपनी बादशाहत कायम करने के लिए दिन रात एक कर दिया है। भाजपा ने पूर्वी निगम की कमान महिला नेता को सौंपी है। राजधानी दिल्ली में पूर्वी और उत्तरी दिल्ली के इन पांचों सीटों में पूर्वी दिल्ली का चुनाव ज्यादा रोचक बना हुआ है। उप चुनाव के कुल 26 उम्मीदवारों में माना जा रहा है कि तीन सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला बसपा के हाथों में है।
वहीं पूर्वी दिल्ली की चौहान बांगर सीट पर इस बार असदुद्दीन आवैसी की पार्टी के नहीं उतरने की वजह से कांग्रेस को राहत मिलने की उम्मीद है। सबसे कम तीन उम्मीदवार शालीमार बाग नॉर्थ वार्ड से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि उत्तरी दिल्ली की ही रोहिणी-सी और पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी ईस्ट व कल्याणपुरी वार्ड से 6-6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं।
राहिणी-सी से आम आदमी पार्टी ने पूर्व विधायक राम चंदर को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने ओम प्रकाश पर अपना भरोसा जताया है। 2017 के निगम चुनाव में यह सीट जय भगवान ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर ही जीती थी। लेकिन बाद में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। ऐसे में एक बार फिर इस सीट पर बीएसपी के प्रदर्शन पर सभी लोगों की निगाहें टिकी हैं। शालीमार बाग उत्तरी भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है। आप से सुनीता मिश्रा 2017 का निगम चुनाव भाजपा की रेनू जाजू से हार गई थीं।