Samajwadi Party MLA Zahid Beg: समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। यूपी पुलिस ने शुक्रवार को उनके खिलाफ एक सब-इंस्पेक्टर पर हमला करने के आरोप में एक नया मामला दर्ज किया। जिसने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की थी। बेग के खिलाफ यह मुकदमा उनके सरेंडर करने और न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद हुआ। जाहिद बेग पर आत्महत्या के लिए उकसाने और बाल श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप है।

पुलिस ने बताया कि घटना अदालत परिसर के बाहर हुई। भदोही सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक बेग ने करीब एक हफ्ते तक पुलिस से बचने के बाद गुरुवार को सरेंडर कर दिया था। पुलिस वैन में ले जाए जाने के दौरान बेग ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उन पर हमला किया। शुक्रवार को बेग को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि मामले में गिरफ्तार उनके बेटे ज़ैम बेग को भी वाराणसी जेल भेज दिया गया है।

पुलिस के अनुसार, गुरुवार सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि बेग शायद आत्मसमर्पण कर सकता है, जिसके बाद सब-इंस्पेक्टर अवधेश सिंह के नेतृत्व में एक टीम को कोर्ट के बाहर तैनात किया गया। जब सब-इंस्पेक्टर अवधेश सिंह ने बेग को कोर्ट परिसर की ओर जाते देखा तो उन्होंने दौड़कर उसे पकड़ लिया।

ज्ञानपुर थाने के SHO अरुण कुमार दुबे ने बताया, “अचानक विधायक और उनके साथियों ने सब-इंस्पेक्टर पर हमला कर दिया, उसकी वर्दी फाड़ दी और उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद विधायक भागने में कामयाब हो गए और कोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने सरेंडर कर दिया। इस मामले में विधायक और उनके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।”

बता दें, 9 सितंबर को पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर विधायक के घर का निरीक्षण किया था। जहां उनके स्टोर रूम में 17 वर्षीय लड़की का शव लटका हुआ पाया गया। जांच में पता चला कि लड़की विधायक के घर में घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती थी।

अगले दिन, 10 सितंबर को जिला पुलिस, बाल कल्याण समिति ( सीडब्ल्यूसी ) के सदस्यों, जिला परिवीक्षा अधिकारी और एक श्रम अधिकारी की एक टीम ने विधायक के घर पर छापा मारा और एक 15 वर्षीय लड़की को नौकरानी के रूप में काम करते हुए पाया।

पुलिस ने विधायक और उनकी पत्नी पर बाल तस्करी, किशोर न्याय अधिनियम, बंधुआ मजदूरी अधिनियम के उल्लंघन और आत्महत्या के लिए उकसाने सहित विभिन्न अपराधों के तहत दो एफआईआर दर्ज की थीं। आगे की जांच में जाहिद के बेटे ज़ैम बेग की भूमिका सामने आने के बाद उसे गिरफ़्तार कर लिया गया।