आईएनएस विक्रमादित्य में सवार एक नौसेना अधिकारी की मौत की खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक अधिकारी की मौत आग लगने से हुई है। बता दें कि घटना कर्नाटक के करवार के पास हुई है। हादसे में जिस अधिकारी की मौत हुई है उसका नाम डीएस चौहान बताया जा रहा है।

नौसेना का आया बयान: वहीं नौसेना के एक बयान में कहा गया कि लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान ने लगी आग का समझदारी से सामना किया और उसे बुझाया। नेवी ने आगे बयान में बताया कि अधिकारी ने समझदारी और बहादुरी से आग को बुझाया लेकिन उसके बाद धुएं की वजह से वो अपना होश खो बैठे। जिसके बाद उन्हें तुरंत नेवी अस्पताल में लेकर जाया गया लेकिन उनकी मौत हो गई।

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जहाज की युद्ध क्षमता को नहीं हुआ नुकसान: नेवी ने आगे अपने बयान में बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और तुरंत एक्शन मोड में जाने के चलते जहाज की युद्ध क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ पाया। वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए आदेश दे दिए गए हैं।

 

जानें आईएनएस विक्रमादित्य के बारे में: 2.3 अरब डॉलर का विमान वाहक पोत जनवरी 2014 में रूस से भारत आया था। आईएनएस विक्रमादित्य को नवंबर 2013 में भारतीय नौसेना में उत्तर रूस के सेवेरोडविंस्क के सेवमाश शिपयार्ड में कमीशन किया गया था। यह कर्नाटक के कारवार के अपने गृह बंदरगाह पर है। बता दें कि आईएनएस विक्रमादित्य 284 मीटर लंबा और 60 मीटर ऊंचा है – जो कि 20 मंजिला इमारत जितना ऊंचा है। जहाज का वजन 40,000 टन है और यह भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा और भारी जहाज है।