महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार में शामिल केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के प्रमुख रामदास अठावले ने बड़ी मांग उठाई है। एनडीए सरकार में शामिल अठावले ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के विभाजन की मांग की है। अठावले का कहना है कि उत्तर प्रदेश से पूर्वांचल और महाराष्ट्र से विदर्भ को अलग किया जाना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे जाने का भी जिक्र किया।

अठावले ने मोदी-शाह को लिखा पत्रः एएनआई के मुताबिक अठावले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को पूर्वांचल की राजधानी बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर दो नए राज्य बनाने की मांग की है। मैं यह मुद्दा एनडीए की अगली बैठक में भी उठाऊंगा।’

‘अंबेडकर भी छोटे राज्यों के गठन में यकीन रखते थे’: इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर छोटे राज्यों के गठन में यकीन रखते थे। लोगों के लिए बड़े राज्यों में ट्रैवल करना मुश्कल होता है। ऐसे में छोटे राज्यों का निर्माण जरूरी है।’ अठावले ने कहा कि छोटे राज्यों का विकास तेजी से होता है, इसीलिए पूर्वांचल और विदर्भ को अलग-अलग राज्य बनाए जाने की जरूरत है।

पहले भी उठी है यूपी को विभाजित करने की मांगः उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के लिए बड़े राज्य होना गर्व की बात है। लेकिन इससे लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है क्योंकि उन्हें अपने महत्वपूर्ण कामों के लिए लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ती है।’ गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब नए राज्यों के निर्माण की मांग उठी है। उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में विभाजित किए जाने की मांग पहले भी उठ चुकी है।