Naresh Agarwal on Akhilesh Yadav Offer: नरेश अग्रवाल (Naresh Agarwal) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के पार्टी में वापसी के ऑफर ठुकराते हुए कहा कि मैं बीजेपी में था और बीजेपी में रहूंगा। सपा में वापसी की अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि मेरे नेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) हैं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मेरे नेता नहीं हो सकते हैं। समाचार चैनल न्यूज 24 से बात करते हुए राज्यसभा के पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल (Naresh Agarwal) ने कहा कि मैं बार बार बेइज्जत नहीं होना चाहता हूं, अब हम भारतीय जनता पार्टी में हैं और आगे भी इसी पार्टी में रहेंगे और इसके लिए ही काम करेंगे।
नरेश अग्रवाल ने कहा अगर उन्होंने आमंत्रित किया है तो इसका स्वागत है लेकिन मैं, मेरा परिवार और मेरे साथी बीजेपी के साथ ही रहेंगे। पत्रकार द्वारा नरेश अग्रवाल (Naresh Agarwal) से पूछा गया कि इस बार आपको सार्वजनिक आमंत्रण दिया जा रहा है। मुलायम सिंह यादव के साथ आपके अच्छे रिश्ते रहे हैं। फिर मुलायसम से दोस्ती और अखिलेश से परहेज क्यों। इसके जवाब में नरेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी पिछले दिनों मुलायम सिंह यादव से मिलने गए थे। इसका यह मतलब नहीं कि कोई राजनीतिक दल को छोड़कर जा रहा है। राजनीति में दल और व्यक्तिगत संबंध अलग-अलग होते हैं।
बीजेपी नेता ने कहा कि मुलायम सिंह यादव हमारे नेता है, वह हमारे गुरु हैं, मैं उनका सम्मान आज भी करता हूं और इसे कहने में मुझे कोई संकोच नहीं है। बकौल अग्रवाल, अब समाजवादी पार्टी, मुलायम सिंह यादव की पार्टी नहीं रह गई है। मुलायम सपा में सिर्फ यादगार रह गए हैं। ऐसे में यह सोचना कि हम वापस सपा में चले जाएंगे, यह संभव नहीं है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिनों अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने नरेश अग्रवाल (Naresh Agarwal) को सपा में वापसी का ऑफर दिया था। हरदोई में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि नरेश अग्रवाल कह दें कि भाजपा में उनका अपमान हो रहा है तो उन्हें सपा में ले लेंगे। उनके इस बयान के सियासी मायने खोजे जा रहे थे। लेकिन अब सभी अटकलों पर नरेश अग्रवाल की तरफ से विराम लगा दिया गया है।
गौतलब है कि नरेश अग्रवाल साल 2018 में समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। कहा जा रहा है कि उनकी नाराजगी राज्यसभा सीट को लेकर थी, सपा ने जया बच्चन को पार्टी के कोटे से राज्यसभा भेजा था। यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी में भी उनका मन मुताबिक कद नहीं मिल पाया है।