उत्तर प्रदेश पुलिस ने जापानी प्रधानमंत्री शिंजो एबे के साथ 12 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के मौके पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम में लगी है और उनके गंगा आरती कार्यक्रम के लिए जरूरी होने पर नौसेना के गोताखोरों की टीम की भी मांग कर सकती है। पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ए सतीश गणेश ने सोमवार को यहां संवाद्दाताओं से कहा, ‘‘चूंकि प्रधानमंत्री का उसी दिन शाम प्रस्तावित गंगा आरती कार्यक्रम नदी के बीच पैनटून ब्रिज पर बने मंच से होगा और जरूरी हुआ तो नौसेना के गोताखोरों की टीम की भी मांग की जा सकती है।’’
उन्होंने बताया कि एसटीएफ की टीम प्रधानमंत्री के दौरे की सुरक्षा व्यवस्था के जायजे के लिए वहां पहुंच गयी है और हालांकि गंगा आरती कार्यक्रम के लिए पीएसी की नौकावाहिनी की तैनाती रहेगी। मगर यदि एसपीजी को जरूरी लगा तो नौसेना के गोताखोरों की टीम मांगी जायेगी।
गणेश ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे का मिनटवार कार्यक्रम हालांकि अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। मगर अब तक मिली जानकारी के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री 12 तारीख को तीन बजे शाम वाराणसी पहुंचेंगे और उसी दिन दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के बाद दिल्ली वापस लौट जायेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमे फिलहाल प्रधानमंत्री के मिनटवार कार्यक्रम की जानकारी नहीं मिली है, मगर अब तक जो जानकारी है वे गंगा आरती के अलावा रात के भोजन पर महत्वपूर्ण नागरिकों से भी भेंट करेंगे। आयोजन स्थल और अतिथियों की सूची को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।’’
गणेश ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए 15 कंपनियां सीपीएमएफ मांगी गयी है, जबकि इनके साथ ही प्रदेश पुलिस की तरफ से अधीक्षक स्तर के आठ, उपधीक्षक स्तर 11 अधिकारियों के अलावा 600 सिपाहियों तथा पीएसी की छह कंपनियों की तैनाती रहेगी।

