हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में रविवार को अज्ञात हमलावरों ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी और पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता की हत्या कर दी थी। लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्तों पहले हुए इस हमले को लेकर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य में कानून-व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाया।

जिसके बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सोमवार को विधानसभा को आश्वासन दिया कि नफे सिंह राठी की हत्या की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। विज ने विधानसभा में कहा, “अगर सदन सिर्फ सीबीआई जांच से संतुष्ट है तो मैं सदस्यों को आश्वासन देता हूं कि हम मामला CBI को सौंप देंगे।”

CBI जांच की मांग

सदन की कार्रवाई की शुरुआत में, विपक्षी दल कांग्रेस ने राठी की हत्या का मुद्दा उठाया और घटना की जांच या तो हाई कोर्ट के जज से या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की। ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ने कानून-व्यवस्था पर स्थगन प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। प्रश्नकाल के तुरंत बाद कांग्रेस सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया और कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग की।

पूर्व विधायक और 11 के खिलाफ FIR

वहीं, नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पुलिस ने सोमवार को हरियाणा के एक पूर्व विधायक और 11 अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की है। नफे सिंह राठी और पार्टी कार्यकर्ता जय किशन की रविवार को हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमले में पूर्व विधायक राठी के तीन बॉडी गार्ड भी घायल हो गए थे। पुलिस ने पूर्व विधायक नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, रमेश राठी, सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल और कमल के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की है। इनके अलावा पांच अज्ञात लोगों का भी एफ़आईआर में उल्लेख किया गया है। हत्या समेत आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने राठी हत्याकांड में 4 बड़े खुलासे किए हैं। पहला खुलासा- क्या सुपारी देकर इनेलो नेता का कत्ल हुआ? दूसरा खुलासा- हत्यारों ने क्या कहकर ड्राइवर को छोड़ दिया। पुलिस ने कहा कि संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। दो लोग हिरासत में लिए गए हैं और दो लोगों से पूछताछ की जा रही है।

घरवालों ने किया शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार

नफे सिंह राठी के परिजनों ने हत्या के दोषियों की गिरफ्तारी होने तक उसके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। लोकसभा चुनाव से कुछ पहले हुए इस हमले को लेकर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी शासित हरियाणा में कानून-व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वारदात में शामिल एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।

इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि राठी की जान को खतरा होने के बावजूद सरकार उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रही। उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी इस घटना को लेकर खट्टर सरकार पर निशाना साधा।