Naba Das Murder Case: ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास हत्याकांड (Odisha Naba Das Murder Case) पर राज्य के डीजीपी के बयान पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Minister Dharmendra Pradhan) ने रविवार (5 जनवरी, 2023) को नाराजगी जताई। दरअसल, डीजीपी ने कहा था कि भगवान जगन्नाथ को छोड़कर कोई भी मंत्री की हत्या जैसी घटना का अनुमान नहीं लगा सकता। प्रधान ने कहा कि इस वारदात की जांच अपराध शाखा जांच कर रही है, लेकिन जांच में कोई स्पष्टता नहीं है।
ओडिशा (Odisha) में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Minister Dharmendra Pradhan) ने कहा कि राज्य सरकार को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि एक ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी ने स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की गोली मारकर हत्या क्यों की। पत्रकारों से बात करते हुए प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, जिनके पास गृह विभाग भी है। उन्होंने निधन पर शोक व्यक्त करने के अलावा मंत्री की हत्या पर सार्वजनिक रूप से बात नहीं की।
राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने खड़े किए सवाल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी के पास कोई सुराग नहीं है कि क्यों एक ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी ने सरकार द्वारा दी गई बंदूक से एक मंत्री की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के एक हफ्ते बाद डीजीपी कह रहे हैं कि हमें भगवान जगन्नाथ से उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यह राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है।
29 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्री की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
बता दें, ओडिशा सरकार के 60 साल के मंत्री नब दास को 29 जनवरी की शाम को झारसुगुडा जिले के ब्रजराजनगर इलाके के गांधी चौक में एक पुलिस कर्मी ने गोली मार दी थी। जिसके कुछ घंटे बाद ही उनकी मौत हो गई थी।
प्रधान ने तीर्थोल बीजद विधायक बिजय शंकर दास के खिलाफ बलात्कार के आरोपों पर भी सरकार पर हमला किया। बालासोर जिले में कथित तौर पर बालू माफियाओं द्वारा एक उपजिलाधिकारी और उनके ड्राइवर पर किए गए हमले को लेकर भी उन्होंने बीजद सरकार पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये सभी घटनाएं साबित करती हैं कि यह किस तरह की सरकार है। इससे यह भी साबित होता है कि कानून लागू करने वाली एजेंसियां अपना बुनियादी काम नहीं कर रही हैं।
बीजद के वरिष्ठ विधायक शशि भूषण बेहरा ने केंद्रीय मंत्री के आरोपों को सिरे खारिज किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए उचित कदम उठा रही है। सरकार ने कभी भी किसी जांच की उपेक्षा नहीं की है। केवल विपक्ष ही बता सकता है कि वह संतुष्ट क्यों नहीं है।