कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी ने 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने रविवार (14 मई, 2023) को कहा कि कर्नाटक चुनाव में भाजपा की करारी हार महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के लिए उत्साहवर्धक है। उनका कहना है कि एमवीए छोटे दलों को साथ लाएगा और केंद्र में सत्तारूढ़ दल को 2024 के लोकसभा चुनाव में संयुक्त रूप से चुनौती देगा।

एमवीए में शिवसेना(यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास सिल्वर ओक पर एमवीए की बैठक के बाद पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि गठबंधन (एमवीए) लोकसभा चुनाव और अगले साल होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे का एक फॉर्म्यूला तैयार करेगा। इस बैठक में शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले समेत एमवीए के अन्य नेता शामिल हुए।

पाटिल ने कहा, “मैं आश्वस्त हूं कि कर्नाटक की तरह एमवीए महाराष्ट्र में भी लोगों का विश्वास जीतेगा और कहीं अधिक मजबूती के साथ काम करेगा।” उन्होंने कहा कि एमवीए नेताओं ने अन्य छोटे दलों के साथ बातचीत करने का फैसला किया है और वे 2024 में मौजूदा शासन को एक कड़ी टक्कर देने की उम्मीद कर रहे हैं। पाटिल ने कहा, “एमवीए के तीनों घटक दल बैठक करेंगे और लोकसभा एवं महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले सीट बंटवारे का एक फाॉर्म्यूला तैयार करेंगे। हम क्रमिक रूप से और धीरे-धीरे शुरूआत कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि एमवीए की वज्रमूठ नाम से होने वाली जनसभाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं, लेकिन इन्हें जल्द ही फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि ये जनसभाएं जून में की जा सकती हैं और अगर बारिश का मौसम पहले शुरू हो गया तो हम इसे बंद आयोजन स्थलों के अंदर करेंगे। शनिवार (13 मई, 2023) को कर्नाटक चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए थे। राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से 135 सीट हासिल कर कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वहीं, भाजपा 66 और जेडी(एस) ने 19 सीट पर ही सिमट गए।