सीबीआई ने शुक्रवार( 3 मई) को सुप्रीम कोर्ट में मुजफ्फरपुर कांड को लेकर एक सनीसनीखेस खुलासा किया। सीबीआई ने बताया कि बृजेश ठाकुर और उसके साथियों द्वारा मुजफ्फरनगर शेल्टर होम से गायब हुई 11 लड़कियों की कथित तौर पर हत्या की गई थी। यही नहीं हत्या के बाद उन लड़कियों के शव को वही शेल्टर होम में जमीन में दफना दिया गया। शीर्ष अदालत में दायर अपने हलफनामे में सीबीआई ने कहा कि आरोपियों में से एक शख्स गुड्डु पटेल ने बताया कि लड़कियों के शव को शेल्टर होम में ही दफनाया गया है। जब आरोपी द्वारा बताई गई जगह पर खुदाई की गई तो हड्डियों का बंडल बरामद किया गया। बता दें बिहार के मुजफ्फरपुर में एक एनजीओ द्वारा संचालित शेल्टर हों में कई लड़कियों के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया था। इसके बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई। इसके बाद ब्रजेश ठाकुर सहित 21 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी।
चार हफ्ते में देना होगा जवाबः मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता के समक्ष शुक्रवार (3 मई) को यह मामला आया। बेंच ने कहा कि वह आवेदन पर सीबीआई को एक औपचारिक नोटिस जारी करेगी और एजेंसी को चार हफ्तों के अंदर जवाब दाखिल करना होगा।
यह कहा याचिकाकर्ता नेः याचिकाकर्ता की ओर पेश वकील शोएब आलम और फौजिया शकील ने बेंच को बताया कि सीबीआई ने इस मामले में सही से जांच नहीं की है और न ही आरोपियों पर कड़े प्रावधान के तहत चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। वहीं सीबीआई की ओर से पेश अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने अदालत को बताया कि एजेंसी पहले ही आवेदन पर जवाब दाखिल कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जवाब दाखिल कर दिया है। आवेदन में प्रत्येक आरोप निराधार है। बेंच ने संक्षिप्त प्रस्तुतियां सुनने के बाद मामले की सुनवाई 6 मई (सोमवार) को की होगी।

