उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 40 वर्षीय आशा सहयोगिनी के दुष्कर्म के बाद आत्महत्या करने के बाद से तनाव है। महिला ने रेप का वीडियो वाट्सएप के जरिए शेयर किए जाने की जानकारी मिलने के बाद खुदकुशी कर ली। आरोपी 20 वर्षीय शाहिद को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसने शुरुआती पूछताछ में रेप व वीडियो क्लिप शेयर करने की बात कबूली है। मामले के दो सम्प्रदायों के जुड़े होने के चलते पुलिस और प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए हैं क्योंकि मुजफ्फरनगर हिंसा की आग से जल चुका है।
एक आशा सहयोगिनी ने बताया कि मृतका आरोपी शाहिद से पहली बार तीन महीने पहले उसके घर में मिली थी जब वह उसकी भाभी की डिलिवरी कराने गई थी। इसके बाद से आरोपी कई बार गांव में उसका रास्ता रोक लिया करता और उससे करीबी बढ़ाने की कोशिश करता था। मुजफ्फरनगर एसएसपी केबी सिंह ने बताया कि मृतका के पति ने खुदकुशी के बाद ही शिकायत दर्ज कराई लेकिन रेप के बारे में जानकारी नहीं दी। वीडियो खेत में बनाया गया था। उन्होंने दावा किया कि आरोपी और महिला के कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि दोनों दो महीनों से संपर्क में थे।
महिला ने मंगलवार को खुदकुशी की। वह 16 साल के बेटे के साथ डिस्पेंसरी गई। उसने बेटे को पड़ोसी के साथ घर भेज दिया। बाद में किसी ने घर फोन किया कि महिला ने जहर खा लिया है। डॉक्टर्स ने बताया कि महिला ने सल्फॉस की गोलियां खा ली थी जिसके चलते उसकी मौत हो गई। महिला की खुदकुशी के बाद आशा सहयोगिनी महिलाओं ने प्रदर्शन किया और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
Read Also: गुजरात: लड़की को घर से अगवा किया और चलती गाड़ी में गैंगरेप करने के बाद फेंक दिया
घटना के बाद स्थानीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान छपरा गांव स्थित महिला के घर गए, इसके बाद महिला का दाह संस्कार किया गया। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने परिवार को केवल 30 हजार रुपये का मुआवजा दिया। महिला ही घर चलाती थी क्योंकि उसका पति बीमारी के चलते कुछ करने लायक नहीं है। उनके तीन बच्चे हैं। मैंने गांववालों को परिवार की मदद करने को कहा है, साथ ही मैं भी व्यक्तिगत रूप से उनकी मदद करूंगा।