Rajasthan News: कहा जाता है कि सबसे बड़ा धर्म इंसानियत का होता है और इसका एक उदाहरण राजस्थान के चुरू में देखने को मिला है। यहां परेशानियों में घिरे एक हिंदू परिवार को उनके मुस्लिम पड़ोसी ने रहने के लिए जमीन और 80 हजार रुपए की मदद करके इंसानियत की नई मिसाल पेश की है।

चुरू में रहने वाले सनवर्मल शर्मा के तीन बच्चे हैं, जो मानसिक रूप से विकलांग हैं। 10 वर्षीय विजय, 17 वर्षीय पूजा और 14 वर्षीय आरती पूरी तरह से अपने माता-पिता पर निर्भर हैं। ऐसे में माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है, इसलिए वो उनके इलाज के लिए हर कोशिश करने में लगे हैं।

उन्होंने बच्चों के इलाज के लिए अपनी सारी संपत्ति बेच दी है। इसके बावजूद बच्चों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। शर्मा और उनकी पत्नी सरला बच्चों को अकेला नहीं छोड़ सकते क्योंकि वे पूरी तरह से अपने माता-पिता पर निर्भर हैं। सारी संपत्ति बेचने के बाद उनके पास रहने के लिए भी जगह नहीं बची है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सनवर्मल शर्मा के पड़ोसी इशाक खान और उनके परिवार ने इस बुरे वक्त में उनका साथ दिया है। इशाक खान ने शर्मा के परिवार को रहने के लिए 300 वर्ग गज जमीन दी और उनके लिए 80,000 रुपये भी एकत्र किए। खान के बेटे लतीफ ने शर्मा के परिवार को अपनी दो बीघा जमीन मुफ्त में देने की पेशकश की, जो पुश्तैनी सूफी साहब दरगाह के पास है। उन्होंने इस जमीन को शर्मा परिवार के नाम पर दर्ज कर दिया है। इस जमीन पर रहने के लिए एक कमरा भी बनवाया गया है जहां शर्मा परिवार रह सकता है।

इस कमरे को बनवाने के लिए लतीफ के दोस्त इस्लाम और इलाके के अन्य निवासियों ने 80,000 रुपये एकत्र किए थे। कमरा बनकर तैयार हो गया है और जब तक कमरा तैयार नहीं हुआ था, तो शर्मा परिवार के रहने के लिए एक कमरा किराए पर लिया गया था।