ये दिल्ली के उन दो वार्ड में शामिल हैं, जहां पर उम्मीदवारों का आंकड़ा 250 के पार है। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार सबसे अधिक उम्मीदवार पश्चिम विहार वार्ड में है। यहां पर कुल 295 उम्मीदवार मैदान में है। दूसरे नंबर पर सुलतानपुरी ए में 258 और तीसरे नंबर पर नांगलोई में 238 उम्मीदवार मैदान में है।

वहीं अधिक उम्मीदवारों के मामले में विजय विहार, पश्चिम विहार और जहांगीर पुरी वार्ड भी शामिल है। छंटनी की प्रक्रिया के बाद पार्टी के हिसाब से कुल नामांकन का आंकड़ा 1,416 है। इनमें 674 पुरुष और 742 महिला नामांकन शामिल है। प्रमुख पार्टी भाजपा और आम आदमी पार्टी से सभी 250 सीट पर नामांकन आए हैं, जबकि कांग्रेस के तीन नामांकन में गड़बड़ी सामने आई है। इसलिए इस बार कांग्रेस 247 सीट पर ही मैदान में होगी।आयोग द्वारा जारी किए गए नामांकन के आधार पर यह आंकड़ा सामने आया है। इस बार निगम की 250 सीट के लिए कुल 2585 नामांकन प्राप्त किए गए थे। इनमें कुल 1124 पुरुष और 1461 महिला नामांकन थे।

कांग्रेस का दृष्टि पत्र आज, गृहकर बड़ा मुद्दा : चुनाव में गृहकर के मुद्दे को कांग्रेस बड़ा हथियार बनाने जा रही है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस शुक्रवार को निगम के लिए दृष्टि पत्र जारी करने की तैयारी में है। इसमें कांग्रेस ‘पिछला गृहकर पूरा माफ और अगला आधा’ जैसी योजना लेकर आ रही है। वहीं, भाजपा ने गृहकर के बारह साल का बकाया पूरा माफ करने के पोस्टर लगाकर इस मुद्दे को गरमाने की कोशिश शुरू कर दी है।

कांग्रेस तीन जगहों पर मैदान से बाहर

आखिरी समय में टिकट बंटवारे की वजह से कांग्रेस पार्टी के तीन निगम वार्ड में टिकट फंसते नजर आ रहे हैं। जहां इन्हें एक तरफ अंतिम समय में हुई गड़बड़ी माना जा रहा है, वहीं पार्टी इस बात से भी इंकार नहीं कर रही है कि नामांकन में जानबूझ कर गड़बड़ियां हुई है। इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने मामले में एक समिति का गठन किया है और जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि निगम चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के दौरान तीन वार्डों में त्रुटियां सामने आई है, इससे पार्टी का नामांकन फंस गया है। इनमें लाजपत नगर, झड़ौदा व देव नगर की सीट शामिल है।

इन सीट में एक अनुसूचित जाति की सीट भी शामिल है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस वार्ड में पार्टी का नामांकन सिर्फ इसलिए निरस्त हो गया है क्योंकि पार्टी की प्रत्याशी के माध्यम से यहां पर लागू नहीं (एनए ) लिख दिया गया है। पार्टी सूत्र मान रहे हैं कि इन मामलों में जानबूझ कर भी गड़बड़ियां हो सकती है, इसलिए पार्टी ने इस मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।