यहां के उपनगरीय क्षेत्र अंधेरी में गुरुवार सुबह एक चॉल में स्थित मेडिकल स्टोर में आग लगने से पांच बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई और एक दमकलकर्मी घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि मरने वाले पांच बच्चों में एक बच्चा तीन महीने का था। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता अशोक दुधे ने बताया कि आग गुरुवार सुबह अंधेरी के वायरलेस रोड पर जूही गली में एक चॉल के भूतल पर स्थित वफा मेडिकल स्टोर में लगी। उन्होंने बताया कि शुरू में आग से आठ लोगों की मौत हुई और बाद में एक महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया, जो गंभीर रूप से झुलस गई थी। आग की चपेट में आए लोग उस परिसर के पहले और दूसरे तल पर रहते थे।
पुलिस और दमकल अधिकारियों के अनुसार 120 वर्ग फुट के मेडिकल स्टोर में लगे विद्युत तारों और अन्य बिजली उपकरणों में आग पकड़ ली। इसके बाद आग भूतल व दो अन्य तलों वाली चॉल के अन्य हिस्सों तक फैल गई, जहां करीब 17-18 लोग रह रहे थे। अग्निशमन और पुलिस अधिकारियों को प्रथम दृष्टया लगता है कि चॉल के भीतर बहुत छोटी सीढ़ी होने के कारण लोग वहां फंस गए और आग में घिर गए। बृहन्मुंबई महानगरपालिका के अग्निशमन विभाग के प्रमुख पीएस रहांगडले ने कहा कि आग की चपेट में आए लोग घटना के समय सोए हुए थे और उन्हें बाहर आने का रास्ता नहीं मिल सका।
उन्होंने बताया कि संदेह है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी, लेकिन सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। आग की चपेट में आए लोगों को पास के कूपर अस्पताल पहुंचाया गया। अग्निशमन विभाग ने बताया कि मृतकों की पहचान सबुरिया मोजिन खान, सिद्दीक खान, राबिल खान, साबिया खान, मोझेल खान, उन्निहय खान, आलिजा खान, तुब्बा खान और अल्ताज खान के रूप में हुई है। साबिया हादसे में 45 फीसद झुलस गई थी और उसे कस्तूरबा अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। हादसे में अविनाश शिरगावकर नाम का दमकलकर्मी झुलस गया, जिसका कूपर अस्पताल में उपचार किया गया।
पुलिस ने कहा कि आग लगने के सही कारणों का पता उचित जांच के बाद ही लग पाएगा। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने पूर्व में कहा था कि हमारी दमकल टीम को सुबह छह बजकर, 15 मिनट पर सूचना मिली और हमने तीन दमकल गाड़ियां, पानी का एक टैंकर और दो एंबुलेंसों को घटनास्थल पर भेजा।