Mumbai CST bridge collapse: मुंबई के व्यस्ततम रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) के पास गुरुवार शाम फुट ओवरब्रिज के एक बड़े हिस्से के गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 34 लोग घायल हो गए। इस हादसे में जान गंवाने वालों में दो नर्स भी शामिल हैं, जो कि नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए अस्पताल जा रही थी। हादसे के वक्त मौके पर मौजूद टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि मैं भाग्यशाली था जो इस हादसे में बाल-बाल बच गया।

हादसे में दो नर्स की मौत: बता दें कि मुंबई ब्रिज हादसे में दो नर्स 35 वर्षीय अपूर्वा प्रभु और 40 वर्षीय रंजना तांबे की भी मौत हो गई। ये दोनों गोकुलदास तेजपाल हॉस्पिटल में काम करती थी। इस हादसे में भक्ति शिंदे नाम की महिला की भी मौत हुई है।

प्रत्यक्षदर्शी टैक्सी ड्राइवर का बयान: फुट ओवरब्रिज हादसे के वक्त मौके पर मौजूद टैक्सी ड्राइवर मोहम्मद अंसारी ने बताया कि वह सीएसटी और माहिम के बीच यत्रियों को ले जा रहा था और पुल के ठीक नीचे था, तभी उसकी टैक्सी पर मलबा गिरने लगा। अंसारी ने बताया कि मैं भाग्यशाली था कि मलबा मेरी टैक्सी के बोनट पर गिरा। इस हादसे में अंसारी और उसके यात्री सभी बाल-बाल बच गए।

रेड सिग्नल की वजह से बची कई जिंदगियां: प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस वक्त पुल का एक बड़ा हिस्सा गिरा उस वक्त पास के चौराहे पर रेड सिग्नल था। उसने बताया कि अगर सिग्नल रेड नहीं होता तो मृतकों की संख्या और बढ़ सकती थी। बता दें कि इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है।

विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना: ब्रिज हादसे के बाद विपक्ष ने भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र और राज्य सरकार को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने बीएमसी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। विपक्ष ने रेल मंत्री पियूष गोयल को भी हटाने की मांग की है।