महाराष्ट्र में एनसीपी और महाराष्ट्र सरकार के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद सियासत गरमा गई है। एनसीपी नेता अजित पवार ने दावा किया है कि सौरभ पिंपलकर नामक व्यक्ति ने शरद पवार को धमकी भरा संदेश भेजा है। वहीं इस मामले पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवनकुले का भी बयान सामने आया है।

अगर हमारा कार्यकर्ता दोषी हुआ तो कार्रवाई करेंगे: बीजेपी

एनसीपी प्रमुख शरद पवार को जान से मरने की धमकी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (BJP state president Chandrashekhar Bawankule) ने कहा, “शरद पवार को लेकर कल से एक नैरेटिव सेट किया जा रहा है। सौरभ पिंपलकर ने अपने ट्वीट में शरद पवार को धमकी नहीं दी, वो बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। हम सौरभ पिंपलकर का समर्थन नहीं करते हैं। अगर वह दोषी हैं तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”

बता दें कि शरद पवार को धमकी मिलने की खबर जैसे ही मीडिया में आई, उसके बाद से एनसीपी के कार्यकर्ता आगबबूला हो गए। लेकिन पार्टी की ओर से कार्यकर्ताओं को शांति बनाए रखने की अपील की गई। वहीं खुद को मिली धमकी पर शरद पवार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खुद की सुरक्षा की उम्मीद करना हर नागरिक का अधिकार है।

धमकी से आवाज नहीं बंद कर सकते: शरद पवार

शरद पवार ने आगे कहा, “अगर ऐसी धमकी से किसी की आवाज बंद कर सकते हो, तो यह उनकी गलतफहमी है। सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। महाराष्ट्र में अब जिनकी सत्ता है, उनका ध्यान कानून व्यवस्था पर नहीं है। खुफिया एजेंसियों और पुलिस का सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।”

शुक्रवार को शरद पवार की बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में एनसीपी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। पुलिस को दी गई शिकायत में एनसीपी के प्रतिनिधि मंडल की ओर से कहा गया कि धमकी भरे संदेश में लिखा था, “उनका (शरद पवार) भी दाभोलकर जैसा हश्र होगा।”