मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक है। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
DM ने दिए जांच के आदेश
मुख्तार अंसारी की मौत पर बांदा के डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। 2 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम करेगा। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी का शव उनके बेटे उमर अंसारी को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जेल में बंद मुख्तार अंसारी के निधन के बाद गुरुवार रात अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और हालात का जायजा लिया और अंसारी की मौत के कारण उत्पन्न सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की।
मुख्तार अंसारी की मौत पर समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ‘पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही ज़हर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित, न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में। प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है। क्या मुख़्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गई अर्ज़ी के आधार पर कोई न्यायिक जांच के आदेश करेगी यूपी सरकार?’
जेल में पड़ा था हार्ट अटैक
बता दें कि मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात बांदा जेल में तबियत खराब हो गई थी। करीब एक घंटे तक मुख्तार जिंदगी और मौत से जूझता रहा। रात करीब साढ़े नौ बजे के आसपास उसकी मौत हो चुकी थी, लेकिन इसकी पुष्टि तकरीबन एक घंटे बाद साढ़े दस बजे तब की गई, जब मेडिकल कॉलेज को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया। जेल सूत्रों की मानें तो मुख्तार को हार्ट अटैक मेडिकल कॉलेज में नहीं बल्कि कारागार में जांच के दौरान ही पड़ गया था। जेल सूत्रों के मुताबिक गुरुवार दोपहर से उसकी तबीयत दोबारा बिगड़ने लगी थी।