उत्तर प्रदेश में विधायक मुख्तार अंसारी के नजदीकी बताए जाने वाले प्रॉपर्टी डीलर और SP नेता गणेश मिश्रा की छह माले की अवैध इमारत को रविवार को ढहा दिया गया। प्रशासन का दस्ता सुबह सात बजे ही मौके पर पहुंच गया था, जिसमें बुल्डोजर भी शामिल थे। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एडीएम राजेश सिंह, सदर एसडीएम अनिरुद्ध प्रताप सिंह और सीओ सिटी ओजस्वी चावला के नेतृत्व में यह ऐक्शन लिया गया। गिराई गई बिल्डिंग की रकम तीन करोड़ 31 लाख रुपए के आस-पास आंकी जा रही है।
शनिवार को देर रात जिलाधिकारी एमपी सिंह की अगुवाई में आठ सदस्यों वाले अफसरों के बोर्ड ने एसडीएम कोर्ट के फैसले को सुरक्षित रखा। साथ ही बिल्डिंग ढहाने के फैसले पर ठप्पा लगा दिया। बताया जा रहा है कि गणेश मिश्रा ने रजदेपुर देहाती स्थित श्री राम कॉलोनी में पिता के नाम से बहुमंजिला इमारत बनवाई थी। मकान को बनाने में मास्टर प्लान के नियमों का उल्लंघन किया गया। वैसे, अंसारी के किसी करीबी के खिलाफ यह प्रशासन का यह कोई पहला कदम नहीं है। चंद महीनों से शासन उसके और उससे संबंधित लोगों पर ऐक्शन ले रहा है।
मुख्तार अंसारी के करीबी गणेश मिश्रा का अवैध रूप से बना 6 मंजिला मकान गाजीपुर प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया pic.twitter.com/bchduUFxF5
— Ajay Singh (@ajaysingh0018) December 6, 2020
इसी बीच, मुख्तार अंसारी गैंग के दो और गुर्गे भी धरे गए हैं। दोनों पर एक होटल की रजिस्ट्री में धांधली करने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक, दोनों की लंबे वक्त से पुलिस को तलाश थी। बता दें कि होटल का बड़ा हिस्सा मास्टर प्लान के मानकों की अनदेखी के आरोपों को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली बोर्ड बैठक के फैसले के बाद ढहा दिया गया था।
बाहुबली अंसारी के दोनों गुर्गों की पहचान जफर अब्बास और सैयद सादिक के तौर पर की गई है, जो गजल होटल की जमीन की रजिस्ट्री से जुड़ी धांधली में कथित तौर पर शामिल हैं।