गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च को हुई थी। मुख्तार अंसारी के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसे जेल में जहर दिया गया तो वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है। लेकिन मुख्तार के घर पर लोगों का आना जारी है और लोग उनके परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं।
दोस्त ने सुनाया दिलचस्प किस्सा
इस बीच मुख्तार अंसारी के एक दोस्त ने दिलचस्प किस्सा सुनाया है। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मुख्तार के 60 वर्षीय दोस्त ओबैद-उर-रहमान ने कहा कि मुख्तार अंसारी शानदार क्रिकेटर थे। रहमान गाजीपुर पीजी कॉलेज की क्रिकेट टीम में थे और इसी टीम से मुख्तार अंसारी भी खेलता था।
ओबैद-उर-रहमान ने कहा, “मैं केवल क्रिकेटर मुख्तार को जनता हूं। वह खेल में बहुत अच्छा था। वह सभी आउटडोर खेल खेलते थे लेकिन क्रिकेट में विशेष रूप से अच्छे थे। वह एक महान बल्लेबाज थे। मुख्तार एक हरफनमौला और मैच विजेता खिलाड़ी थे। वह किसी भी समय खेल को पलटने की क्षमता रखता था। मुझे गोरखपुर का एक मैच याद है जहां उन्होंने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के बाद 63 रन बनाये थे और हमारी टीम ने कुल 140 रन बनाये थे।”
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कई कहानियां सामने आ रही है। यूपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (जिन्होंने कई मामलों में मुख्तार की जांच की है) का कहना है कि मुख्तार ने जो भी सद्भावना अर्जित की वह वास्तविक थी। अधिकारी ने कहा, “हां, उसने गरीबों की मदद की। मगर पैसे कहां से आयें? उसने पैसे वसूले, अधिकारियों को धमकाया और लोगों की हत्या की। उसने अवैध तरीकों से कमाया और वह गरीबों पर खर्च भी किया। ग़ाज़ीपुर, मऊ और कुछ अन्य जिलों में उसने अपने लिए एक साम्राज्य बनाया। सभी बाहुबली यही करते हैं।”
मुख्तार पर कुल 65 मामले थे दर्ज
मुख्तार पर कुल मिलाकर 65 मामले थे, जिनमें से हत्या के 16 मामले थे। पिछले दो वर्षों में उसे आठ बार दोषी ठहराया गया, जिसमें 1991 में वाराणसी के बाहुबली नेता अवधेश राय की हत्या और 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या भी शामिल है।