Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार झाबुआ से सार्वजनिक मुद्दों पर आम नागरिक और प्रतिनिधि मंडल उनके सर्किट हाउस मिलने पहुंचे थे। कुछ वक्त इंतजार कराने के बाद मंत्री इंदर सिंह परमार लोगों से मिलने के लिए बाहर आए। बाहर बातचीत शुरु होते ही अचानक मंत्री जी की नजर मीडिया के कैमरों पर पड़ी, जिसे देखकर वह भड़क गए।
शिवराज सरकार में मंत्री इंदर सिंह परमार ने अपनी बात रोककर तुरंत कैमरों को बंद कराने के लिए बोल दिया और तुरंत ही कुछ लोगों के साथ अंदर चले गए। जिसके बाद वह फिर दोबारा बाहर नहीं आए। मंत्री की नजर जैसे ही मीडिया के कैमरों पर पड़ी उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कैमरा बंद करने के लिए कहा। जिसके बाद उनके समर्थकों ने भी सभी से वीडियो ना बनाने का आग्रह किया। ज्ञापन देने आए प्रतिनिधि मंडल ने हालांकि, इंदर सिंह परमार का बचाव किया।
झाबुआ में चार विभागों की समीक्षा बैठक: आगामी दिनों में चार नगरीय निकाय में चुनाव होना है और संभव है कि कुछ ही दिनों में इसकी घोषणा भी हो जाए। ऐसे में इंदर सिंह परमार के कार्यक्रम को इस तरह से तैयार किया गया है कि वह झाबुआ के साथ थांदला, पेटलावद और राणापुर चारों स्थानों पर कार्यक्रम के लिए पहुंचेंगे। शुक्रवार (26 अगस्त 2022) को उन्होंने झाबुआ में चार विभागों की समीक्षा बैठक लेकर अपने दौरे की शुरुआत की थी।
समीक्षा बैठक के बाद मंत्री थांदला और पेटलावद पहुंचे, जहां उन्होंने अलग- अलग विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। खाद्य विभाग की समीक्षा करते हुए इंदर सिंह परमार ने खाद्यान्न वितरण के लिए शुरू किए गए वाहनों की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने महिला व बाल विकास विभाग जनजातीय कार्य विभाग और स्वास्थ्य विभाग की भी समीक्षा की।
कम भूजल वाले इलाकों के लिए दिशा निर्देश: इससे पहले इंदरसिंह परमार ने जिला जल और स्वच्छता समिति की बैठक में वर्चुअली शामिल हुए थे। जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में कम भू जल वाले कुल 354 ग्रामों के लिए पेयजल डीपीआर तैयार करने पर चर्चा के लिए यह बैठक आयोजित की गई थी। राज्यमंत्री परमार ने बैठक में भोपाल से वर्चुअली शामिल होते हुए कहा कि जिन गांवों के पेयजल स्त्रोत गर्मी में सूख जाते हैं। वहां के लिए समूह नलजल योजना की आवश्यकता है। पेयजल के स्त्रोत के लिए पार्वती और कालीसिंध नदी पर बनाए गए बांधों का इस्तेमाल किया जा सकता है।