मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बदमाश जिलाबदर की अवधि पूरी होने के बाद नामांकन करने पहुंचा। चिमनगंज थाना क्षेत्र का बदमाश कोठी पर निर्दलीय नामांकन जमा करने भीड़ के साथ पहुंचा था, बदमाश की सूचना मिलते ही पुलिस उसे पकड़ने के लिए पहुंची तो उसने गुरुवार को खत्म हुई जिलाबदर की अवधि का आदेश दिखाया। इस पर पुलिस ने जिलाबदर रह चुके बदमाश को छोड़ दिया।

इस मामले को लेकर चिमनगंज के टीआई अरविन्द तोमर ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें सूचना मिली थी नीमनवासा क्षेत्र का जिलाबदर बदमाश राहुल दरबार कोठी पर उज्जैन दक्षिण से निर्दलीय नामांकन जमा करने पहुँचा था। इस पर पुलिस ने तत्काल थाने से जवानों को भेजा। पुलिस के जवानों ने वहां पहुँच कर बदमाश को हिरासत में ले लिया लेकिन उसने अपना जिलाबदर का आदेश दिखाते हुए कहा कि उसकी जिलाबदर की अवधि एक दिन पहले ही समाप्त हो चुकी है। इसके बाद पुलिस वालों ने उसे छोड़ दिया।

बताया जा रहा है कि राहुल दरबार के यहाँ होने की जानकारी पुलिस को निर्वाचन कार्यलय द्वारा ही दी गयी थी। इसको लेकर पुलिस पर सवाल उठ रहे है कि, क्या उनकों इस बदमाश के नामांकन करने की जानकारी नहीं थी, जो शहर में घूम रहा है।

चिमनगंज थाना क्षेत्र के टीआई के अनुसार राहुल दरबार के ऊपर मारपीट समेत 5 अन्य धाराओं में केस दर्ज है। इसी के चलते उसे पिछले साल 1 वर्ष के लिए जिला बदर किया गया था और गुरुवार को उसकी जिलाबदर की अवधि पूरी हो गयी है। इस दौरान उसके ऊपर कोई भी नया केस नहीं दर्ज नहीं हुआ जिसके चलते उसे छोड़ दिया गया है। रिटर्निंग ऑफिसर ने राहुल से जिलाबदर अवधि समाप्त होने का प्रमाण पत्र माँगा तो उसने इसका लिखित दस्तावेज पेश किया। राहुल दरबार एमपी चुनाव के मद्देनजर नामांकन जमा करने आया था।