यहां के तेजनारायण बनैली महाविद्यालय परिसर में बने क्वार्टर में आधी रात कालेज के कर्मचारी सुबोध झा की पत्नी और दो बेटियां आग में झुलस कर मर गर्इं। पुलिस को शक है कि सुबोध झा ने ही रात को कमरे में आग लगाई और बाहर से ताला जड़ दिया। पुलिस रात करीब दो बजे मौके पर पहुंची उस वक्त कमरे का ताला बाहर से जड़ा था और सुबोध बाहर खड़ा था। इसी के मद्देनजर उसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। हालांकि वह हत्या का आरोप अपने सहोदर भाई की रांची में रह रही विधवा पत्नी और उसके भाइयों पर लगा रहा है। एसएसपी मनोज कुमार ने फोरेंसिक जांच के लिए पटना से टीम को बुलाया है। शुक्रवार शाम तक टीम के आने की उम्मीद है। वे बताते हैं कि मामले की बारीकी से जांच करने की जरूरत है। सुबोध झा कालेज में चपरासी के ओहदे पर है और कालेज के क्वार्टर में रहता है। वह कुछ तांत्रिक विद्या हासिल करने में भी लगा है। फौरी जांच से लगता है कि सुबोध ने अपनी पत्नी रूपा देवी (35), दोनों बेटियां रजनी (13) और दिव्यानी (11) के देर रात गहरी नींद में सो जाने के बाद पेट्रोल और घासलेट का तेल छिड़क कर आग लगा बाहर से ताला जड़ दिया। दो बजे रात उसने शोर मचाया। आवाज सुन प्राचार्य आवास का चौकीदार अरुण मंडल वहां आया। उसने कमरे का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की तो सुबोध ने उसे यह कर रोक दिया कि पुलिस के आने के बाद दरवाजा खोला जाएगा। इससे शक की सुई सुबोध की तरफ जाती है।
पुलिस कप्तान बताते हैं कि हत्या की शंका कमरे के अंदर तीनों की जली पड़ी लाश की हालत से भी होती है। दोनों बेटियों की लाश पलंग पर पेट के बल पड़ी थी और उसकी पत्नी का शव कमरे के दरवाजे के नजदीक मिला। मसलन वह आग से घबरा कर दरवाने की तरफ भागी होगी। मगर दरवाजा बाहर से बंद मिला। बेबस वह जिंदा आग की लपटों में झुलसने को मजबूर कर दिया। कमरे का सामान भी जल कर राख हो गया। अग्निशामक दस्ता और गाड़ी आई। मगर तब तक सब कुछ समाप्त हो चुका था। सुबोध झा की यह दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी और एक बेटे की भी मौत 15 साल पहले हो चुकी है। पुलिस हरेक बिंदू पर गौर कर रही है। कहीं तांत्रिकगीरी के चक्कर में तो उसने ऐसा नहीं किया। शंका इस बात की भी है।
या फिर घरेलू झगड़ा तो हत्या की वजह नहीं।