Morbi Bridge Collapse Case: गुजरात की मोरबी पुलिस (Morbi Polics) ने शुक्रवार (27 जनवरी, 2023) को मच्छु नदी पर बने सस्पेंशन ब्रिज टूटने के मामले में आरोप पत्र दायर किया है। आरोप पत्र में ओरेवा ग्रुप (OREVA) के अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड (एएमपीएल) के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल को गैर इरादतन हत्या के रूप में आरोपी बनाया गया। एक सूत्र के मुताबिक, आरोपियों को 30 जनवरी को चार्जशीट की कॉपी मिल जाएगी

1,200 से अधिक पन्नों की चार्जशीट में जयसुख पटेल को आरोपी बनाया गया है। वहीं ओरेवा ग्रुप (OREVA Group) के दो प्रबंधकों सहित नौ आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। नौ आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि जयसुख पटेल फरार हैं और मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 13 जनवरी को उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जांच में शामिल एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के अनुसार, पुलिस को संदेह है कि पटेल ने देश नहीं छोड़ा है।

जांच टीम के अनुसार, पटेल को एक अभियुक्त के रूप में पेश किया गया है, क्योंकि मोरबी पुल की मरम्मत, संचालन और प्रबंधन से संबंधित सभी सौदे और बातचीत उनके सीधे दायरे में थी। मोरबी में ओरेवा के परिसर से दस्तावेजों की बरामदगी में ऐसे सभी दस्तावेजों पर उनके हस्ताक्षर दिखाए गए थे। पुलिस ने कहा कि अंतिम फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 308 (गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास) और 114 (अपराध किए जाने पर उकसाने वाला मौजूद) के तहत “के लिए जिम्मेदार एजेंसियों” के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज टूटने से 135 लोगों की हुई थी मौत

पुलिस ने हादसे के बाद एएमपीएल प्रबंधकों दीपक पारेख और दिनेशभाई दवे, दो टिकट बुकिंग क्लर्क, पुल पर तैनात तीन सुरक्षा गार्ड और पिछले साल मार्च और अक्टूबर के बीच पुल की मरम्मत और रखरखाव करने वाले दो निजी ठेकेदारों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बता दें, मोरबी में मच्छु नदी पर बने सस्पेंशन ब्रिज के टूटने से 135 लोगों की मौत हो गई थी।मोरबी के राजा सर वाघजी ठाकोर ने लगभग डेढ़ सौ साल पहले आधुनिक यूरोपीय तकनीक का उपयोग करके इस पुल का निर्माण कराया था।