उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार (12 जुलाई, 2022) को ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच के लिए दो सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। इनमें जेल प्रशासन और सुधार विभाग में तैनात इंस्पेक्टर जनरल डॉ प्रीतिंदर सिंह को एसआईटी का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि पुलिस उप महानिरीक्षक अमित वर्मा एसआईटी के सदस्य हैं।।

प्रीतिंदर 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वहीं, अमित वर्मा 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में यूपी पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) विभाग में तैनात हैं।

जुबैर के खिलाफ दर्ज छह मामलों में से दो मामले हाथरस जिले में, जबकि एक-एक मामला सीतापुर, लखीमपुर खीरी, गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर में दर्ज हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसआईटी टीम का गठन जुबैर के खिलाफ दर्ज मामलों की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले से जुड़े सभी दस्तावेज जांच के लिए एसआईटी टीम को सौंप दिए जाएंगे। इसके अलावा, टीम को स्थानीय पुलिस की तरफ से हर मदद दी जाएगी।

पुलिस के मुताबिक, जांच में मदद के लिए एसआईटी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक और निरीक्षक स्तर के अधिकारियों को नामित करेगी। वहीं, एसआईटी को स्थानीय पुलिस की मदद लेने के लिए पूरी आजादी होगी। जिन क्षेत्रों में जुबैर के खिलाफ मामले दर्ज हैं, उनसे मदद लेकर टीम अपनी जांच पूरी करने के बाद चार्जशीट दाखिल करेगी।

उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक, हाथरस और सीतापुर में जुबैर के खिलाफ इस साल मामले दर्ज किए गए, जबकि अन्य मामले 2021 में दर्ज किए गए थे। जुबैर को सोमवार शाम को सीतापुर जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।

जुबैर के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक न्यूज चैनल के एंकर के खिलाफ कथित रूप से व्यंग्यात्मक टिप्पणी करने, हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने, देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने एवं भड़काऊ पोस्ट अपलोड करने के मामले में शिकायत दर्ज हैं। बता दें कि अभी तक किसी भी मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है।