मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग मुख्यालय पर रॉकेट चालित ग्रेनेड दागे जाने के एक दिन बाद, खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को चेतावनी देते हुए कहा कि यह हमला शिमला पुलिस मुख्यालय पर भी हो सकता है।
एसएफजे के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नून ने एक ऑडियो संदेश में ये चेतावनी दी है। ऑडिया संदेश में पन्नून ने कहा- “यह ग्रेनेड हमला शिमला पुलिस मुख्यालय पर हो सकता था।” खालिस्तानी गुट ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मोहाली ग्रेनेड हमले से सबक सीखने के लिए कहा है। मैसेज में कहा गया है कि सिख समुदाय को उकसाया नहीं जाना चाहिए।
मोहाली हमला- सोमवार को मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग मुख्यालय पर एक रॉकेट से चलने वाला ग्रेनेड दागा गया। इस हमले में हालांकि किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान जरूर खड़ा हो गया। घटना के बाद मोहाली पुलिस ने कहा- “पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय सेक्टर 77, एसएएस नगर में शाम लगभग 7.45 बजे एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली थी। किसी नुकसान की सूचना नहीं है।”
मिली जानकारी के अनुसार हमलावर सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार में पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद खुफिया कार्यालय की इमारत से करीब 80 मीटर दूर से आरपीजी को लॉन्च किया। जिसके बाद इमारत में विस्फोट हो गया।
सुरक्षा पर सवाल- इस हमले के बाद एक बार फिर से सीमावर्ती राज्य में सुरक्षा को लेकर दहशत पैदा हो गई है। पंजाब में पहले से ही ड्रोन के माध्यम से सीमा पार से विस्फोटक, हथियार और ड्रग्स की तस्करी में तेजी देखी गई है।
वहीं मोहाली विस्फोट को लेकर कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने गृहमंत्री अमित शाह से अपील की है कि इस मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसियों से करवाई जाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार इस जांच को पूरा करने में असक्षम है।