केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को बड़ी सौगात दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में लखनऊ मेट्रो के अगले चरण के लिए 11 किलोमीटर लंबे नए कॉरिडोर को मंजूरी दे दी गई है। मेट्रो के इस नए रूट के बनने के बाद लखनऊ के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं, वाणिज्यिक केंद्रों, पर्यटन आकर्षणों और पार्कों तक कनेक्टिविटी में सुधार होगा। इस योजना के तहत लखनऊ में बनने वाले मेट्रो में यात्री 11.165 किमी की दूरी तय करेंगे। इसके पूरा होने पर, शहर में कुल नेटवर्क 34 किलोमीटर का हो जाएगा।

लखनऊ मेट्रो परियोजना के इस चरण में लगभग 11.165 किमी नई मेट्रो लाइनें बिछाई जाएंगी। इससे शहर के सबसे पुराने और सबसे घनी आबादी वाले इलाकों में सार्वजनिक परिवहन में उल्लेखनीय सुधार होगा। जहां वर्तमान में कुशल कनेक्टिविटी का अभाव है। मेट्रो के इस चरण का उद्देश्य पुराने लखनऊ के मुख्य इलाकों में कनेटक्टिवी को बेहतर करना है।

इन इलाकों को मिलेगी सुविधा

सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि मेट्रो के बनने के बाद जिन इलाकों को फायदा होगा उनमें शहर का अमीनाबाद, यहियागंज, पांडेगंज, चौक, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, भूल भुलैया, क्लॉक टॉवर और रूमी दरवाजा शामिल हैं।

खाटू श्याम से दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं के साथ हुआ भीषण हादसा, रोड एक्सीडेंट में 11 लोगों की हुई मौत

सरकार द्वारा बताया गया है, ‘इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को मेट्रो नेटवर्क से जोड़कर चरण-1बी न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, बल्कि आर्थिक गतिविधि, पर्यटन को भी बढ़ावा देगा और वहां रहने वाले लोगों समेत शहर में आने वाले दोनों के लिए शहरी गतिशीलता को आसान बनाएगा।’