Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वहीं छठ पर्व का त्यौहार भी शनिवार से शुरू हो गया है। आनंद विहार रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर एक यात्रियों से खचाखच भरा हुआ है। वह छठ पूजा और बिहार के चुनाव के लिए जोगबानी जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए दौड़ रहे हैं।
शनिवार से शुरू हुए इस उत्सव को देखते हुए कुछ प्रवासियों को उम्मीद थी कि भीड़ कम होगी और उन्हें सीट मिलने की बेहतर संभावना होगी। कुछ का कहना है कि उन्हें पहले टिकट नहीं मिल पाए थे। अब वे सभी 6 नवंबर को वोटिंग के बाद लौटने की योजना बना रहे हैं। हर स्लीपर और जनरल डिब्बे के अंदर एक जैसा नजारा है। पुरुष जूट के बोरे, प्रेशर कुकर, बर्तन और टोकरियां पकड़े हुए हैं, जबकि महिलाएं अपने बच्चों को संभाले हुए हैं। आरपीएफ और कोरस कमांडो के जवान व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्लेटफॉर्म पर तैनात हैं।
राहुल कुमार एक जनरल कोच की सीटों के बीच खड़ा है, उसे बैठने की जगह नहीं मिल रही। उसके हाथ खिड़की से सटे हैं, उसका बैग अंगूठे से लटक रहा है और वह हवा में सांस लेने के लिए झुकता है। उसने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “सोचा था देर से जाएंगे, कम भीड़ होगी और सीट मिल जाएगी।” खिड़की के पास बैठे साथी यात्री गोपाल शाह उन्हें धीरे से धक्का देते हैं। फिर कुमार ने कहा कि हालत बहुत खराब है।
अब हम चुनाव बाद ही वापस आएंगे- राहुल कुमार
राहुल और गोपाल शाह ने एक स्वर में कहा, “अब हम चुनाव के बाद वापस आएंगे, हमने लंबी छुट्टी की परमिशन ले ली है।” दिल्ली की एक चीनी मिल में काम करने वाले शत्रुधन शाह ने कहा कि टिकट न मिलने के कारण उनकी यात्रा में देरी हुई। उन्होंने कहा, “मैंने आज के लिए दो महीने पहले ही टिकट बुक करा लिए थे, क्योंकि सिर्फ यही टिकट उपलब्ध थे। अब इतनी जद्दोजहद के बाद, मैं चुनाव के बाद लौटूंगा।”
जुर्माना भरकर सफर करना ही एक विकल्प- शत्रुधन शाह
वह आगे बताते हैं कि कुल 18 परिवार के सदस्य 10 टिकटों पर सफर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “अब सिर्फ एक ही विकल्प बचा है, जुर्माना भरकर सफर करना।” रेलवे ने त्यौहारों के दौरान आने वाली भीड़ को देखते हुए 23 अक्टूबर से पांच दिनों के लिए 1500 स्पेशल ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। ऑटोमोबाइल की दुकान में काम करने वाले संतोष कुमार और उनकी पत्नी के लिए, चुनाव घर वापस जाने की मुख्य वजह है। उन्होंने कहा, “वोट ही देने जा रहे हैं।”
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लगभग 13 किलोमीटर दूर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी शनिवार को दोपहर बाद ऐसा ही नजारा देखने को मिलता है। श्रमजीवी सुपरफास्ट एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12392) के आने से पहले ही प्लेटफार्म 1 पर भीड़ जमा हो गई है। व्यवस्था बनाए रखने के लिए आरपीएफ कर्मियों ने ह्यूमन चेन बनाकर यात्रियों को प्लेटफॉर्म के एक छोर से दूसरे छोर तक फैली पीली पट्टी पार करने से रोका। एक अधिकारी घोषणा करता है, “लाइन के पीछे रहिए, गाड़ी प्लेटफॉर्म पर लगने वाली है।”
छठ खत्म होते ही वापस आ जाऊंगा- रवि कुमार
यूपीएससी की तैयारी कर रहे रवि कुमार ने कहा उन्हें दिवाली या छठ में से किसी एक पर घर जाना था। वे कहते हैं, “मैं दोनों त्योहारों का आनंद लेने के लिए इतनी लंबी छुट्टी नहीं ले सकता, इसलिए आज ट्रेन से जा रहा हूं। छठ खत्म होते ही वापस आ जाऊंगा।” साथ ही वे यह भी बताते हैं कि उनके जिले में दूसरे चरण के मतदान के कारण वे मतदान नहीं कर पाएंगे। ओखला के एक फैक्ट्री मजदूर चंदन कुमार ने बताया कि उन्हें अपने बॉस को छुट्टी के लिए मनाने में काफी दिक्कत हुई। वे कहते हैं, “मिन्नतें तो करनी पड़ती हैं मालिक के सामने, इसी वजह से अब जा पा रहा हूं।”
