MP News: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां सेना की एक स्पेशल ट्रेन के गुजरने से पहले रेलवे ट्रैक पर रखे 10 डोटोनेटर्स में ब्लास्ट हो गया. इसके इसके चलते इस ट्रेन को तुरंत रोकना पड़ा। इस घटना के चलते सवाल उठने लगे कि क्या ये डोटोनेटर्स एक साजिश के तहत रखे गए थे। बता दें कि इससे पहले कानपुर में रेलवे ट्रैक से सिलेंडर मिला था।
इस मामले को लेकर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने बताया कि यह घटना बुधवार को भुसावल डिवीजन के नेपानगर और खंडवा स्टेशनों के बीच सागफाटा के पास हुई। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) इसकी जांच कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जो डेटोनेटर फटे थे, वे रेलवे द्वारा दिए गए थे और उनका उपयोग नियमित परिचालन के तहत किया जाता है।
रेलवे कर रहा मामले की जांच
रेलवे अधिकारी स्वप्निल नीला ने कहा कि इन डेटोनेटरों को क्रैकर्स कहा जाता है और जब ये फटते हैं तो तेज आवाज होती है जो आगे किसी बाधा, कोहरे या धुंध का संकेत है।
उन्होंने कहा कि इन डेटोनेटरों का रेलवे द्वारा नियमित रूप से उपयोग किया जाता है और ऐसे डेटोनेटर वहां (पटरियों पर) रखे गए थे। उन्हें वहां रखने की कोई आवश्यकता नहीं थी, इसलिए आरपीएफ इसकी गहन जांच कर रही है।
चेतावनी संकेत के लिए इस्तेमाल होते हैं डेटोनेटर्स
रेलवे के एक अन्य शीर्ष अधिकारी ने बताया कि उस समय सैन्य विशेष ट्रेन खंडवा से जा रही थी। वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने कहा कि ट्रैक पर लगे 10 डेटोनेटर के चेतावनी संकेत के फटने के बाद हमारे डिप्टी स्टेशन अधीक्षक (सागफाटा के) ने आवाज़ सुनी।
उन्होंने मिलिट्री स्पेशल को रुकवाया और चीज़ों की जाँच करवाई। ट्रेन को सिर्फ़ दो मिनट में ही संचालन के लिए आगे बढ़ने का सिग्नल दे दिया गया।
सेना की ट्रेन के गुजरने से पहले हुए इस हादसे को लेकर NIA और ATS सभी सक्रिय हुए और खुफिया एजेंसियों ने भी मामले की जांच के लिए घटनास्थल का दौरा किया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।