बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव के वीडियो जारी करके घटिया खाना दिए जाने और अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद जहां देशभर में बहस शुरू हो गई है। तो वहीं एक और सैनिक राजपूताना रायफल्स फतेहगढ यज्ञप्रताप सिंह नें भी सैन्य अफसरो पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि अफसर सैनिकों से नौकरों की तरह काम कराते हैं, घर में कपडे, जूते, बर्तन यहां तक कि टायलेट तक साफ करते हैं। सैनिक यज्ञप्रताप सिंह कि पत्नी ऋचा सिंह ने सैन्य अफसरो पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुये कहा कि अफसर सैनिको से नौकरों की तरह काम कराते हैं, घर में कपडे, जूते, बर्तन यहां तक कि टायलेट तक साफ करते है। सैनिकों से अपने बीबी बच्चों के अन्य कार्य जैसे उन्हे शाॅपिंग कराना बच्चों को स्कूल छोड़ना, खाना बनाना इतना ही नही कुत्तों को नहना धुलाना भी सैनिकों को करना पडता है।

ऋषि ने बताया कि जब उसके पति यज्ञ प्रताप सिंह देहरादून में पदस्थ थे तब वह उनके साथ थी उस दौरान उनके पति के साथ ही अन्य सैनिकों को ऐसे कार्य करने पडे। इससे आहात होकर पति-पत्नी ने जानकारी फेसबुक में बायरल करने के साथ ही प्रधानमंत्री से जबाव मांगा है। सैनिक की पत्नी ने यह भी कहा कि जब से उसने अफसरो के खिलाफ शिकायत की है तब से उसके पती की कोई जानकारी नही मिल पा रही है, और ना ही कोई बात हो पा रही है अब वह पहुत परेशान है कि कही पती को कुछ हो तो नही गया है।

क्या बोला है जवान यज्ञप्रताप सिंह

मैं यज्ञ प्रताप सिंह इस समय 42 ब्रिगेड देहरादून में तैनात हूं। मेरी सर्विस 15 साल है. मैं 15 जून 2016 को एक एप्लिकेशन लिखा था, जो राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री और उच्चतम न्यायालय के पास है। मैंने भारतीय सेना में अधिकारियों द्वारा जवानों के शोषण करने पर एक प्रार्थना पत्र लिखा था. जिसके बाद पीएमओ से हमारे ऑफिस एक लेटर आया था, जिसके बाद ब्रिगेडियर में हड़कंप मच गया और अधिकारियों ने हमारे ऊपर कार्रवाई शुरू कर दी, जबकि मैंने उसमें ऐसा कुछ नहीं लिखा था जो भारतीय सेना के खिलाफ हो, मैंने लिखा था कि सेना में ऐसा नहीं होना चाहिए की जो फाइटर लोग हैं वह अधिकारियों की बूट पॉलिश, मेम साहब का काम जैसे रोजाना के काम करे। यह सभी कार्रवाई बंद होनी चाहिए।

इस बात को लेकर जब अधिकारियों से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन लोगों ने मेरे ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया। अधिकारियों ने मेरे ऊपर अभद्र टिप्पणियां करनी शुरू कर दी. वह मुझे टॉर्चर और परेशान करने लगे। वह लोग मुझे इतना परेशान करने लगे की कोई आम सैनिक होता तो आत्महत्या कर लेता। मैं एक सैनिक हूं। अपनी वर्दी की इज्जत के लिए न तो मैं सुसाइड करुंगा और न ही किसी के ऊपर गलत प्रयोग करने की कोशिश करूंगा। अगर मैं दुश्मन से लड़ सकता हूं तो मैं कोई ऐसा कदम नहीं उठाउंगा जिससे मेरी वर्दी पर लांछन लगे। आज मुझे चार बजे चार्जशीट या कोर्टमार्शल के लिए बुलाया गया है। हो सकता है मेरा कोर्टमार्शल हो जाए।

”मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से निवेदन करता हूं कि मैं एक एप्लिकेशन ही तो लिखा था। ऐसा मैंने क्या गलत कर दिया कि मेरे खिलाफ चार्जशीट या कोर्टमार्शल के लिए कमेटी बैठा दी गई।”

 

रिपोर्ट (कीर्ति)