जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा दुनिया को बताना चाहती है कि यहां सबकुछ ठीक है, लेकिन उन्होंने घाटी को कब्रिस्तान बना दिया है। पत्रकारों से बीतचीत करते हुए महबूबा ने कहा कि पीडीपी एक जमात है जो कश्मीर में जुल्म के खिलाफ आवाज उठाती है। यह बात भाजपा को सूट नहीं करती। वो दुनिया को बताने चाहते हैं कि यहां सबकुछ ठीक है, जबकि उन्होंने जम्मू कश्मीर को कब्रिस्तान बनाया हुआ है। उन्होंने लोगों को जिंदा दफन कर रखा है। यहां सच बोलने की इजाजत नहीं है। इसके खिलाफ हम आवाज उठाते रहेंगे।
बता दें कि केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था। इस दौरान नेश्ननल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और महबूबा समेत घाटी के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया था। हालांकि, अब सभी को रिहा कर दिया गया है। महबूबा समेत अन्य नेता बार-बार अनुच्छेद 370 और कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा वापस दिलाने को लेकर आवाज उठाते रहते हैं।
ऐसे में भाजपा इनके निशाने पर रहती है। कुछ दिन पहले महबूबा ने भाजपा को आधुनिक भारत की ईस्ट इंडिया कंपनी बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि बीजेपी देश को गोडसे का भारत बनाने पर तुली है। वह लोगों को मजहब के नाम पर लड़ाती है। अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों को खत्म करने के एजेंडे पर काम कर रही है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि 5 अगस्त 2019 न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक त्रासदी थी, बल्कि इसने उन्हें भूकंप की तरह मारा।
महबूबा ने कहा था कि लोगों को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुना में भाजपा को हराने के लिए पीएजीडी गठबंधन को वोट करना चाहिए। उन्होंने पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि चुनाव की बात जल्दबाजी है, क्योंकि अभी समय नहीं आया है, लेकिन मेरी बातों को याद रखना। यदि आप पीडीपी (उम्मीदवार) को पसंद नहीं करते हैं, तो पीएजीडी गठबंधन के बीच किसी अन्य उम्मीदवार को वोट दे दिजिएगा। इसी तरह यदि दूसरा उम्मीदवार आपकी पसंद का नहीं है, तो पीडीपी उम्मीदवार को वोट दे दिजिएगा।
महबूबा ने कहा था कि आपको केवल इनमें से किसी का चुनाव करना है और निर्दलीय या किसी अन्य उम्मीदवार को वोट नहीं देना है। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी पार्टी या नेशनल कांफ्रेंस ने अकेले कुछ नहीं खोया है, बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया है और उन्हें अपने “छीने गए अधिकारों” की बहाली के लिए लड़ना होगा।