Mehbooba Mufti on BJP: जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राजौरी (Rajouri) में रविवार (1 जनवरी, 2022) को हुए आतंकी हमले को लेकर पीडीपी प्रमुख (PDP Chief) महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने घाटी में अतिरिक्त फौजों (Army) की तैनाती को लेकर केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी (Rolling Party BJP) पर सवाल खड़े किए हैं। PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अनंतनाग में न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, ‘यहां और सुरक्षा बल लाने से मसला तो हल नहीं होगा बल्कि यहां पर दो भाइयों को आपस में लड़ाने की स्थिति बन जाएगी। अगर हालात ठीक है तो BJP यहां पर और फौज क्यों ला रही है? इसका यही मतलब है कि बीजेपी यहां की स्थिति को कंट्रोल करने में पूरी तरह नाकामयाब हो गई है।’
Jammu Kashmir एक सियासी मसला इसका हल मिलिट्री से नहीं
वहीं महबूबा मुफ्ती ने ये भी कहा कि जम्मू कश्मीर तो पहले से ही मिलिट्री की छावनी रही है यहां तो कभी कोई कमी नहीं रही है फौज की। फौज ने पिछले 30 सालों में अपने फर्ज को अंजाम देते हुए जम्मू कश्मीर की स्थिति को इस हद तक कंट्रोल किया कि यहां जम्हूरी निजाम बहाल हुआ, चाहे पार्लियामेंट इलेक्शन हो, चाहे असेंबली इलेक्शन हो या फिर चाहे पंचायत इलेक्शन हो। उन्होंने कहा कि यहां पर और फौज का काम नहीं है, फौज के बड़े-बड़े अफसर भी इस बात को मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर एक पोलिटिकल इश्यू है ये एक सियासी मसला है इसका कोई मिलिट्री सॉल्यूशन नहीं है।
BJP ऑर्मी के कंधे पर रखकर बंदूक चला रही हैः Mehbooba Mufti
दुनिया की कोई भी ताकत चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो चाहे वो अमेरिका या चीन ही क्यों न हो वो अपने आवाम के साथ कभी जंग नहीं लड़ सकती है और कभी उस जंग को जीत नहीं सकती है। जम्मू कश्मीर के लिए फौज को जो काम करना था वो कर चुकी है अब बीजेपी फौज और सिक्योरिटी फोर्सेज के कंधे पर रखकर बंदूक चलाना चाहती है इससे कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है।
दो फिरकों में नफरत फैला रही BJP: Mehbooba Mufti
अगर मिलिट्री के जरिए मसलों का हल हो सकता तो चीन ने जिसने हमारे 20-22 सैनिकों को शहीद कर दिया, हमारी 2000 स्क्वॉयर किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया वहां तो डॉयलॉग चल रहा है और रीकंसीलेशन की बात चल रही है। ये जो जम्मू-कश्मीर में अतिरक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की बात कर रहे हैं लोगों को एसएलआर और दूसरे हथियार देने की बात कर रहे हैं इससे तो कोई मसला होता हुआ नहीं दिखाई देता है। इससे बीजेपी का अपना एजेंडा दिखाई देता है जिसके तहत वो दो फिरकों में नफरत फैला सके।