Fake Supplement Mundi: उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला नकली प्रोटीन, फूड सप्लीमेंट और स्टरॉयड की मंडी बन चुका है। मेरठ पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर छापेमारी की जिसमें उन्हें 100 करोड़ का नकली प्रोटीन और स्टेरॉयड मिले। इन प्रोडक्ट्स पर विदेशी ब्रांड्स के लेवल लगे हुए थे। इस नकली प्रोटीन की फैक्ट्री के मालिक शाहरुख से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि ये लोग एक हजार की लागत में एक लाख का माल तैयार कर देते हैं।

पुलिस ने जब और पूछताछ की तो आरोपी शाहरुख ने बताया कि उसने मेरठ में जिम चलाने वाले संचालकों को 50 करोड़ से भी ज्यादा का माल सप्लाई कर चुका है। उसने पूछताछ में उन दुकानों के भी नाम बताए जहां उसने ये नकली प्रोटीन सप्लाई की थी। मेरठ पुलिस ने इस बात का भी दावा किया है कि पिछले दिनों जिन दुकानों पर नकली प्रोटीन पकड़ा गया था वहां शाहरुख की ही सप्लाई रही होगी। पुलिस ने बताया कि शाहरुख इसके पहले भी दिल्ली में नकली प्रोटीन बेचने के मामले में जेल जा चुका था।

Delhi में भी हो चुकी है शाहरुख की गिरफ्तारी

शाहरुख ने बताया कि जब वो दिल्ली में पकड़े जाने के बाद छूटा तो वहां से वो मेरठ चला आया और एक बार फिर से उसने नकली प्रोटीन फूड और स्टेरॉयड का धंधा शुरू कर दिया। इसके लिए शाहरुख ने अपने घर में एक तहखाना बनाया जिसका रास्ता उसके घर में रखी एक आलमारी से होकर निकलता था इस रास्ते के बारे में शाहरुख के अलावा सिर्फ उसकी पत्नी को ही जानकारी थी। इस तहखाने में शाहरुख नकली प्रोटीन और उससे आने वाली काली कमाई को छिपाकर रखता था।

शाहरुख के घर में मिला तहखाना

जब पुलिस ने शाहरुख के घर पर छापेमारी की तो उन्हें इस तहखाने के बारे में पता चला। पुलिस ने इस तहखाने से करोड़ों का नकली प्रोटीन और 40 लाख रुपये कैश बरामद किए थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी शाहरुख विदेशी ब्रैंड के रैपर और स्टीकर लाकर घर पर ही फूड सप्लीमेंट तैयार करता था। शाहरुख अपने कस्टमर्स को यूके जापान और अमेरिका सहित कई विदेशी कंपनियों का माल बताकर उन्हें नकली फूड सप्लीमेंट्स बेचता था और लाखों की कमाई करता था।

पिछले 8 सालों से Meerut में मीठे जहर का कारोबार

पुलिस ने बताया कि पिछले दिनों मेरठ के खैरनगर में छापेमारी के बाद एसओजी की टीम लगातार नकली फूड सप्लीमेंट्स बनाने वालों की तलाश में थी। जब पुलिस आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि महज एक हजार रुपये के खर्च में ही एक लाख रुपये का नकली फूड सप्लीमेंट तैयार हो जाता है। उसके घर पर दिन भर काम चलता रहता था। घर के लोग भी उसके काम में सहयोग किया करते थे। आरोपी शाहरुख पिछले 8 सालों से मेरठ में इस मीठे जहर का कारोबार कर रहा था।