दिल्ली में सभी सातों सांसद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों के परिणामों के आलोक में देखें तो नई दिल्ली से सांसद और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के क्षेत्र में भाजपा का सबसे खराब प्रर्दशन रहा है। वहीं, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी, चांदनी चौक के सांसद हर्षवर्धन और पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर के संसदीय इलाकों में भाजपा को आपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ है।

मीनाक्षी लेखी के संसदीय क्षेत्र नई दिल्ली में आने वाली एमसीडी की 25 सीटों पर भाजपा की हालत बेहद खराब रही। दरअसल, पार्टी ने 25 में से सिर्फ पांच सीटें अपने नाम कीं, जबकि बाकी 20 सीटें आम आदमी पार्टी (आप) की झोली में चली गर्इं। यहां कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका। पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में गौतम गंभीर का जलवा एक बार फिर नजर आया।

पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आने वाली एमसीडी की 36 सीटों में से भाजपा ने 22 पर जीत हासिल की और ‘आप’ 11 सीटें ही जीत सकी। यहां कांग्रेस को तीन सीटें हासिल हुर्इं। हर्षवर्धन के संसदीय क्षेत्र चांदनी चौक में भाजपा और ‘आप’ के बीच कांटे की टक्कर रही। इस क्षेत्र में एमसीडी की 30 सीटों पर मुकाबला हुआ, जिनमें 16 पर भाजपा ने जीत हासिल की और ‘आप’ 14 सीटें जीत सकी। इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का खाता नहीं खुला।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी के क्षेत्र में एमसीडी की 41 सीटें आती हैं, जिनमें भाजपा 20 सीटें जीतने में सफल रही। यहां ‘आप’ के खाते में 15 सीटें आर्इं और पांच सीटें कांग्रेस ने जीतीं। इसके अलावा एक सीट निर्दलीय को हासिल हुई। दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से रमेश बिधूड़ी सांसद हैं। उनके क्षेत्र में दिल्ली नगर निगम की 37 सीटें आती हैं, लेकिन यहां भाजपा की स्थिति खराब रही। दक्षिण दिल्ली में ‘आप’ ने 23 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को केवल 13 सीटें ही हासिल हुर्इं। इस क्षेत्र में कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की। हंसराज हंस के क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में भी भाजपा का बुरा हाल रहा।

इस क्षेत्र में आने वाली एमसीडी की 43 सीटों में से भाजपा केवल 14 सीटें ही जीत सकी। वहीं ‘आप’ ने 27 सीटों पर जीत हासिल की। इस क्षेत्र में एक-एक सीट कांग्रेस और निर्दलीय के खाते में गई। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिमी दिल्ली से सांसद बने भाजपा के प्रवेश वर्मा एससीडी चुनाव में पार्टी का सम्मान नहीं बचा पाए। इस क्षेत्र में एमसीडी की 38 सीटें आती हैं, जिनमें भाजपा केवल 13 पर ही जीत हासिल कर सकी। वहीं, 24 सीटों पर ‘आप’ ने जीत दर्ज की। इस क्षेत्र की एक सीट कांग्रेस की झोली में गई।