Delhi MCD: दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Polls) में इस बार आधे से ज्यादा पार्षद करोड़पति हैं और इनमें से सबसे ज्यादा पार्षद बीजेपी (BJP) के है, जबकि दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party, AAP) है। इतना ही नहीं 2017 के नगर निकाय चुनाव की तुलना में इस बार करोड़पति विजयी उम्मीदवारों की संख्या काफी ज्यादा है। 5 सालों में यह आंकड़ा 135 से बढ़कर 167 पर पहुंच गया है।

इस बार 67 फीसदी विजयी उम्मीदवार करोड़पति

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के अनुसार, 2017 के नगर निकाय चुनाव में 51 फीसदी पार्षद करोड़पति थे जबकि इस बार कम से कम 67 फीसदी पार्षद करोड़पति हैं। गुरुवार को जारी एक एडीआर रिपोर्ट में कहा गया कि जीतने वाले उम्मीदवारों के पास संपत्ति का औसत मूल्य 4.3 करोड़ रुपये है, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ रुपये था।

उम्मीदवारों के हलफनामे से मिला डेटा

रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार के चुनाव में 2-5 करोड़ रुपये के स्लैब में 24% पार्षद हैं और 50 लाख से 2 करोड़ रुपये की श्रेणी में 26% पार्षद हैं। वहीं, 2017 में 1 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये के बीच की संपत्ति वाले पार्षद सिर्फ 36 फीसद थे। एडीआर और दिल्ली इलेक्शन वॉच ने 250 पार्षदों में से 248 के शपथ पत्रों का विश्लेषण कर यह डेटा दिया है। दो पार्षदों की संपत्ति का विश्लेषण इसलिए नहीं किया जा सका क्योंकि दिल्ली के चुनाव आयोग के पास स्पष्ट और पूर्ण हलफनामा उपलब्ध नहीं था।

सबसे ज्यादा करोड़पति पार्षद बीजेपी के

एडीआर ने एमसीडी चुनाव लड़ने वाले सभी 1,349 उम्मीदवारों की वित्तीय स्थिति का भी विश्लेषण किया। 248 जीतने वाले उम्मीदवारों में से 167 (67%) के पास 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। जीते हुए उम्मीदवारों में से 104 भाजपा के हैं और इनमें से 82 ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है, जबकि आप के 132 विजयी उम्मीदवारों में से 77, कांग्रेस के नौ में से छह और 3 निर्दलीयों में से 2 ने भी एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति दिखाने वाले हलफनामे दाखिल किए। 2017 में, 266 पार्षदों में से केवल 135 ही विजयी उम्मीदवार करोड़पति थे।

रिपोर्ट में कहा गया कि बीजेपी के जीते हुए 104 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.3 करोड़ रुपये है, जबकि 132 आप पार्षदों के लिए यह आंकड़ा 5.5 करोड़ रुपये है।