बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयागराज कुंभ मेले में पहुंचने और गंगा स्नान को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि चुनाव के समय गंगा में शाही स्नान करने से मोदी सरकार की वादाखिलाफी, जनता से विश्वासघात, सरकारी जुल्म और पाप क्या धुल जाएंगे? इसके बाद मायावती ने पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि योजना पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को किसान व खेतिहर मजदूरों में अंतर करना चाहिए। मायावती ने कहा कि चुनाव से पहले किसानों के खातों में 500 रु प्रतिमाह डालना सही नहीं है।
दरअसल, रविवार को पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर पहुंचकर पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने प्रयागराज कुंभ पहुंचकर गंगा स्नान भी किया। पीएम के इस दौरे पर बीएसपी सुप्रीमों ने तंज कसते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- “चुनाव के समय संगम में शाही स्नान करने से मोदी सरकार की चुनावी वादाखिलाफी,जनता से विश्वासघात व अन्य प्रकार की सरकारी जुल्म-ज्यादती व पाप क्या धुल जाएंगे? नोटबंदी,जीएसटी,जातिवाद, द्वेष व साम्प्रदायिकता आदि की जबर्दस्त मार से त्रस्त लोग क्या बीजेपी को इतनी आसानी से मांफ कर देंगे?”
इसके बाद मायावती ने पीएम मोदी की योजना किसान सम्मान निधि पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा- “मोदी सरकार को किसान व खेतिहर मज़दूरों में अन्तर करना चाहिये। चुनाव से पहले 500 रु प्रति माह की सहायता भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों हेतु तो ठीक है, लेकिन किसानो के लिए नहीं। किसान पैदावार का वाजिब मूल्य चाहते है। बीजेपी सरकार 5 साल में यह सुनिश्चित नहीं कर पाई। यह विफलता है।”
बता दें कि पीएम किसान योजना के तहत देश के किसानों के खातों मे दो हजार रुपए की पहली किस्त जमा की गई है। बताया जा रहा है कि अगले दो से तीन दिनों में अन्य किसानों को इस योजना का फायदा पहुंचाया जाएगा। चुनाव से पूर्व केंद्र सरकार की इस योजना को गेम चेंजर बताया जा रहा है। हालांकि विपक्ष इस पर शुरू से ही सवाल उठाता आ रहा है।