UP Politics: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीम मायवाती ने सियासी हलचल मचाते हुए अपने ही परिवार में बड़ा झटका दे दिया है। मायावती (Mayawati) ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद (Akash Anand) के ससुर अशोक सिद्धार्थ (Ashok Siddharth) को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस बात की जानकारी खुद मायावती ने अपने एक्स हैंडल पर साझा की है।

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘बीएसपी की ओर से ख़ासकर दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे डा अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद व नितिन सिंह, ज़िला मेरठ को, चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि की पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।’

कौन हैं अशोक सिद्धार्थ?

बता दें कि बहुजन समाज पार्टी के नेता अशोक सिद्धार्थ को बसपा चीफ मायावती का बेहद ही करीबी और खास माना जाता है। वह कायमगंज फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं। मायावती के कहने के बाद ही उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी थी और बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया था। अशोक सिद्धार्थ का जन्म 5 जनवरी 1965 को हुआ था। उन्होंने मेडिकल कॉलेज झांसी से आर्थोमेट्री डिप्लोमा किया है। वह अपनी सरकारी सेवा के दौरान बामसेफ में विधानसभा, जिला व मंडल अध्यक्ष के पदों पर रह चुके हैं।

चंद्रशेखर आजाद को लेकर सतर्क मायावती?

अशोक सिद्धार्थ बहुजन समाज पार्टी में साल 2007 में शामिल हो गए। पार्टी की तरफ से वह पहली बार 2009 व दूसरी बार 2016 में एमएलसी रहे हैं। इतना ही नहीं वह बसपा में कानपुर-आगरा जोनल कोऑर्डिनेटर जैसे अहम पदों पर भी रहे हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय सचिव का पद के अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु व केरल सहित पांच राज्यों का प्रभार भी संभाला है। हालांकि, इन चुनावों में पार्टी को कोई सफलता नहीं मिली है। वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे। वह पार्टी का प्रचार-प्रसार भी करते थे। साथ ही सिद्धार्थ की पत्नी सुनीता सिद्धार्थ वर्ष 2007 से लेकर 2012 तक राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। अशोक सिद्धार्थ की बेटी से अपने भतीजे की शादी भी मायावती ने पूरी करवाई थी। BSP नहीं लड़ी तो मिल्कीपुर उपचुनाव कैसे हारी सपा? पढ़ें पूरी खबर…