उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो रहे हैं। इसी बीच मुजफ्फरनगर में मौलाना कलीम सिद्दी की गिरफ्तारी ने बहस का एक नया मुद्दा दे दिया है। मौलाना कलीम को धर्मांतरण का गिरोह चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यूपी एटीएस ने उन्हें अरेस्ट किया और बाद में बताया कि वह विदेशों से बड़ी मात्रा में फंडिंग भी प्राप्त करते हैं। इसी मुद्दे पर जब भाजपा नेता ने सपा को घेरने की कोशिश की तो उधर से सवाल दाग दिया गया कि आप क्या कर रहे थे अब तक?

न्यूज 18 इंडिया के डिबेट शो में भाजपा नेता शलभमणि त्रिपाठी ने सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया को धर्मांतरण कराने वालों का रिश्तेदार तक कह डाला। उन्होंने कहा, ‘ये लोग सिर्फ टीवी पर चिल्लाते हैं। ये जवाब नहीं दे पाते हैं। अखिलेश जी का प्रेस कॉन्फ्रेंस निकालिए। जब जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी तब अखिलेश जी कह रहे थे कि उन्हें सुरक्षाबलों पर भरोसा नहीं है।’

सपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि चुनाव करीब आ रहे हैं इसलिए इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। इसपर शलभ मणि ने जवाब देते हुए कहा, मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई कब हुई? अतीक अहमद पर कार्रवाई कब हुई? अतीक और मुख्तार के चरणों में बसपा और सपा की सरकारें गिरी रहती थीं। ये अब चिल्लाते रहें, रोते रहें लेकिन कार्रवाई होगी।

अनुराग भदौरिया ने कहा, भारतीय जनता पार्टी केवल अजेंडा चलाती है और चुनावी फायदा लेने की कोशिश करती है। आपको उत्तर प्रदेश की जनता की फिक्र नहीं है। कोविड के दौरान हजारों लोगों की मौत हो गई, अभी बच्चों की मौत हो रही है और आप अपने ही गुणगान करने में लगे हैं।

इसी डिबेट में पीस पार्टी के शादाब चौहान ने कहा कि इस तरह की गिरफ्तारियां भाजपा के लिए केवल इवेंट हैं। मुसलमानों को आतंकवाद के नाम पर प्रयोग किया जाता है, यह इवेंट मैनेजमेंट है। यहां नफरत के समुद्र में डूबे लोगों को खुश करने के लिए पकड़ा जाता है।