हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। नायब सिंह सैनी सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल के विधायक मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। खबर है कि बीजेपी उनका इस्तेमाल आने वाले लोकसभा चुनाव में करेगी जबकि करनाल विधानसभा सीट से नायब सिंह सैनी को उपचुनाव लड़वाया जाएगा।

विश्वास मत में क्या हुआ?

हरियाणा विधानसभा में विश्वास मत पर सदन में करीब दो घंटे तक चर्चा हुई। JJP ने अपने सभी दस विधायकों को व्हिप जारी कर विश्वास मत पर मतदान के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने के लिये कहा था। विश्वास मत पर चर्चा शुरू होने पर सदन में मौजूद पार्टी के पांच विधायक विधानसभा से बाहर चले गए। हरियाणा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 90 है। BJP के 41 सदस्य हैं जबकि उसे छह निर्दलीय तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है।

नायब सैनी ने की खट्टर के काम की तारीफ

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को राज्य विधानसभा में अपने पूर्ववर्ती मनोहर लाल खट्टर के नौ साल लंबे शासनकाल के दौरान हुए कार्यों के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने विधानसभा में कहा कि मुख्यमंत्री और सदन के नेता के रूप में यह सदन में उनका पहला दिन है। मुख्यमंत्री ने 2014-2019 के दौरान सदन के सदस्य के रूप में अपने पिछले कार्यकाल को याद भी किया।

नायब सैनी ने कहा कि वह एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं और उनके परिवार का कोई भी अन्य सदस्य राजनीति में नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने खट्टर से बहुत कुछ सीखा है।

उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा ने पूरे देश में एक सुशासन मॉडल पेश किया है और उनकी सरकार में कई विकासात्मक कार्य किए गए हैं। CM सैनी ने मनोहर लाल खट्टर को ‘तपस्वी’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने पिछले साढ़े नौ वर्षों के दौरान राज्य के लोगों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।उन्होंने कहा कि विपक्ष भी कहता रहा है कि खट्टर की छवि साफ-सुथरी है।