दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सात सदस्यीय कैबिनेट की अध्यक्षता करेंगे जिसमें मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री होंगे और चार नए चेहरों को शामिल किया जाएगा। यह जानकारी गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) के सूत्रों ने दी। नई कैबिनेट में किसी महिला को जगह नहीं दी जाएगी। पार्टी ने उपराज्यपाल नजीब जंग को सात कैबिनेट मंत्रियों की एक सूची सौंपी है। शपथ-ग्रहण समारोह शनिवार को आयोजित किया जाएगा।
समझा जाता है कि ‘आप’ ने जीतेंद्र तोमर (त्रिनगर विधायक), संदीप कुमार (सुल्तानपुर माजरा) और आसिम अहमद खान (मटिया महल) को सरकार में शामिल करने का फैसला किया है। खान सरकार में एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा होंगे। करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा का नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में था लेकिन बाद में उनकी जगह राजनीतिक मामलों की कमेटी के सदस्य व बाबरपुर से विधायक गोपाल राय को मंत्री बनाने का फैसला किया गया। सूत्रों ने बताया कि सभी चारों पहली बार विधायक बने हैं और उन्हें शामिल करने का फैसला ‘आप’ की राजनीतिक मामलों की कमेटी ने गुरुवार तड़के लिया। मंत्रियों की सूची गुरुवार को उपराज्यपाल को भेजी गई।
केजरीवाल के करीबी सहयोगी सिसोदिया के अलावा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और शकूर बस्ती से विधायक सत्येंद्र जैन को एक बार फिर कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। बहरहाल, ‘आप’ के पहले की कैबिनेट में रहे सौरभ भारद्वाज, राखी बिड़ला, सोमनाथ भारती, गिरीश सोनी को इस बार मंत्री नहीं बनाया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि आधी रात को कथित तौर पर एक भीड़ की अगुआई करते हुए अफ्रीकी महिलाओं के मकान में की गई छापेमारी से जुड़े मामले में जब तक पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती को ‘क्लीन चिट’ नहीं मिल जाती, तब तक उन्हें कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया जाएगा। ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने निजी कारणों से नई सरकार से बाहर रहने का फैसला किया है। पूर्व महिला व बाल कल्याण मंत्री राखी बिड़ला व श्रम मंत्री गिरीश सोनी की सेवाएं संगठन के लिए इस्तेमाल की जाएंगी। सिसोदिया को शिक्षा व शहरी विकास सहित कई अन्य विभाग दिए जा सकते हैं। पेशे से वकील तोमर को कानून मंत्री बनाया जा सकता है।
सिसोदिया ‘आप’ की पिछली सरकार में परोक्ष रूप से नंबर दो की हैसियत रखते थे। उनके पास शिक्षा, शहरी विकास, लोक निर्माण विभाग, भूमि व निर्माण विभागों का प्रभार था। उपमुख्यमंत्री पद पर अपनी नियुक्ति के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में सिसोदिया ने कहा कि पार्टी में इस पर काफी मंथन चल रहा है। लेकिन जब तक इस बारे में औपचारिक तौर पर घोषणा नहीं हो जाती, इस पर (विभागों पर) बात करना ठीक नहीं होगा।
सूत्रों के मुताबिक, शाहदरा के विधायक रामनिवास गोयल को विधानसभा अध्यक्ष जबकि शालीमार बाग से विधायक वंदना कुमारी को उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने की तैयारी है। वंदना कुमारी ‘आप’ की महिला शाखा की प्रमुख हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अगर नई कैबिनेट ने अच्छा काम नहीं किया तो एक साल में आधे मंत्रियों को बदल दिया जाएगा।
सरकार के नए चेहरे चार:
जीतेंद्र तोमर (त्रिनगर विधायक), संदीप कुमार (सुल्तानपुर माजरा) और आसिम अहमद खान (मटिया महल) को सरकार में शामिल करने का फैसला किया गया है। खान सरकार में एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा होंगे। करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा का नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में था लेकिन बाद में उनकी जगह राजनीतिक मामलों की कमेटी के सदस्य व बाबरपुर से विधायक गोपाल राय को मंत्री बनाने का फैसला किया गया।
बेदाग साबित हुए तो सोमनाथ को मिलेगी जगह:
खिड़की एक्सटेंशन में आधी रात को कथित तौर पर एक भीड़ की अगुआई करते हुए अफ्रीकी महिलाओं के मकान में की गई छापेमारी से जुड़े मामले में जब तक पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती को ‘क्लीन चिट’ नहीं मिल जाती, तब तक उन्हें कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया जाएगा। ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने निजी कारणों से नई सरकार से बाहर रहने का फैसला किया है।