Gujarat Maninagar Election Results 2022, Amul Bhai Patel vs VipulBhai patel Election Result 2022: गुजरात की मण‍िनगर व‍िधानसभा सीट (Maninagar Assembly constituency) से बीजेपी (BJP) के अमूलभाई भट्ट जीते हैं। यह सीट भाजपा के गढ़ के रूप में शुमार है। भाजपा इस सीट पर 90 हजार से अधिक वोटों से जीती है। बता दें अहमदाबाद पश्चिम (Ahmedabad West) संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली मण‍िनगर सीट से नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने लगातार तीन विधानसभा चुनाव जीते हैं।

28 साल से बीजेपी का दबदबा

यहां बीजेपी पिछले 28 सालों से अपना वर्चस्व बनाए हुए है। कांग्रेस (Congress) एड़ी-चोटी का जोर लगाकर भी बीजेपी को यहां से हरा नहीं सकी। 1985 के बाद से वो जीत को तरस रही है। मोदी ने मणिनगर से साल 2002 में पहली बार चुनाव लड़ा था। गोधरा कांड के बाद बदली राजनीतिक हवा में हुए चुनाव में मोदी ने 75,333 वोटों से जीत हासिल की थी। कांग्रेस के ओझा यतीनभाई नरेन्द्रकुमार को केवल 38,256 वोट मिले थे। मोदी लगातार तीन बार यहां से लड़े। उन्होंने 2007 और 2012 के चुनाव भी जीते और हैट्र‍िक बनाई।

हालांकि मोदी जब पहली बार सीएम बने तो उस समय वो बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट राजकोट 2 से लड़े थे। उनके लिए वहां के विधायक वजुभाई वाला ने सीट खाली की थी। मोदी वहां से लड़े और तकरीबन 15 हजार वोटों से जीते। लेकिन उसके बाद वो मणिनगर सीट पर आ गए। यहां आने के बाद उनकी जीत का अंतर प्रचंड होता चला गया। बता दें कि गुजरात चुनाव में बीजेपी को लगातार सातवीं बार जीत मिली है।

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मणिनगर का समीकरण

2017 के चुनाव में भाजपा के धनजीभाई पटेल ने कांग्रेस के ब्रह्मभट्ट को हराया था। इस बार भाजपा ने अमूलभाई भट्ट (Amul Bhai Patel) और आम आदमी पार्टी ने विपुलभाई पटेल (VipulBhai Patel) को मैदान में उतारा था। अहमदाबाद की मण‍िनगर असेंबली सीट पर कुल मतदाताओं की संख्‍या 276935 है। 143519 पुरूष और 133411 मह‍िला मतदाता हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा के डॉ. किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने कांग्रेस के राजू परमार को सवा तीन लाख वोटों से हराया था।

सीट के सियासी समीकरणों के लिहाज से इसे हिंदू बाहुल्य माना जाता है। गोधरा कांड के बाद चुनाव सांप्रदायिक आधार पर ही हुए। बीजेपी के टिकट पर पहले मोदी और 2017 में धनजीभाई ने बड़े अंतर से जीत हासिल की। आम आदमी पार्टी (आप) सुशासन का पत्ता खेलकर वोटरों को लुभाने की कोशिश में है तो कांग्रेस दूसरे मुद्दों पर बीजेपी को घेरने में लगी।