Mamata Benerjee on RSS: केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘ब्लैकमेलिंग की राजनीति’ करने का आरोप लगया है। बुधवार (31 अगस्त) को ममता बनर्जी ने कहा कि कोयला मंत्रालय केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर उनके परिवार के किसी सदस्य को नोटिस दिया जाता है तो कानूनी रूप से वो इसका सामना करेंगी।’ ममता ने कहा कि अगर मुझे पता होता कि राजनीति इतनी गंदी है। मैं इसमें कभी शामिल नहीं होती।

सीएम ममता बनर्जी ने ये भी कहा, ‘इन दिनों न्याय मिलना मुश्किल होता जा रहा है लेकिन उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है।’ ममता बनर्जी की ये टिप्पणी तब आई है जब इसके एक दिन पहले मंगलवार (30 अगस्त) को कोयला चोरी घोटाले में पार्टी महासचिव और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को ईडी ने समन जारी किया था। अभिषेक बनर्जी को ईडी ने 2 सितंबर को कोलकाता दफ्तर में पेश होने को कहा है।

BJP से नाराजगी और RSS की तारीफ

इस दौरान ममता बनर्जी ने आरएसएस की तारीफ भी की ममता ने कहा, ‘RSS में सब खराब नहीं हैं उनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भारतीय जनता पार्टी की राजनीति को स्वीकार नहीं करते हैं।’ ममता ने आगे कहा, ‘मेरे विपक्षी कभी-कभी आरोप लगाते हैं कि मैंने बीजेपी से सेटिंग कर ली है। मैं उस तरह की नहीं हूं जो सेटिंग में शामिल हो जाए।’

ममता बनर्जी पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी

आरएसएस की तारीफ किए जाने के बाद टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘साल 2003 में भी ममता ने आरएसएस को ‘देशभक्त’ कहा था। बदले में आरएसएस ने उन्हें “दुर्गा” कहा था। आरएसएस हिंदू राष्ट्र चाहता है। इसका इतिहास मुस्लिम विरोधी घृणा अपराध से भरा है। उन्होंने गुजरात नरसंहार के बाद संसद में भाजपा सरकार का बचाव किया था। आशा है कि टीएमसी के “मुस्लिम चेहरे” उनकी ईमानदारी और निरंतरता के लिए उनकी प्रशंसा करेंगे।’

जानिए क्या हैं ममता के बयान के सियासी मायने

बीजेपी सहित देश की सभी सियासी पार्टियों की नजरें आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 पर टिकी हैं। ममता की पार्टी की पिछले दिनों भ्रष्टाचार के कई मामलों के चलते जमकर फजीहत हुई थी। बीजेपी की काट के लिए ममता ने एक नया हथकंडा अपनाया जो कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने करके दिखाया था। ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव में भी हिन्दू कार्ड खेलना चाहती हैं। वो खुद को हिन्दुओं का हितैषी बताने की कोशिश में लगी हैं। ममता को मालूम है बीजेपी की ताकत एकजुट हिन्दू वोट है जो आरएसएस के पास है। ऐसे में अगर आरएसएस के कुछ लोग बीजेपी के खिलाफ होते हैं तो बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं।

पश्चिम बंगाल में BJP-TMC के बीच 36 का आंकड़ा

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे को फूटी आंख भी नहीं सुहाते दोनों एक दूसरे के कट्टर दुश्मन। ऐसा कई बार हुआ है जब दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए हैं। ममता ने इस बार संघ और बीजेपी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। वहीं अभिषेक बनर्जी के खिलाफ नोटिस आने के बाद उन्होंने कहा, “अगर मुझे पता होता कि राजनीति इतनी गंदी है। मैं इसमें कभी शामिल नहीं होती। कुर्सी आम लोगों के लिए काम करने वाली है। जब लोग मुझे नहीं चाहेंगे तो मैं जाऊंगी।”