पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (4 अप्रैल) को प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की कड़ी आलोचना की और उस पर माकपा के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया जबकि इस दल (माकपा) ने एक बार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ गाली-गलौज वाले शब्दों का इस्तेमाल किया था। तृणमूल सुप्रीमो ने मालदा जिले के सुजापुर में एक जनसभा में किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मालदा से दो और मुर्शिदाबाद से एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने माकपा के सामने अपना सिर झुकाया जिसने कभी राजीवजी के खिलाफ गाली-गलौज वाले शब्दों का इस्तेमाल किया था और अपनी रैलियों में एक नारा बनाया था। क्या वे कांग्रेसजन कहे जाने लायक हैं। ऐसा जान पड़ता है कि इन नेताओं ने अपने निजी हित के लिए वस्तुत: कांग्रेस का झंडा बेच दिया।’’
बनर्जी ने कहा कि माकपा के साथ गठजोड़ करने वाली कांग्रेस को मालदा के क्षत्रप ए बी ए गनी खान चौधरी के नाम पर वोट मांगने का अधिकार नहीं है और दावा किया, ‘‘याद कीजिए गनी खान ने माकपा को बंगाल की खाड़ी में फेंकने की बात कही थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो उनकी विरासत को लेकर चलने का दावा कर रहे हैं, वे उसी माकपा से गठजोड़ कर रहे हैं। क्या उनका कोई आत्मसम्मान है। यह उनके राजनीतिक दिवालियेपन को दर्शाता है। उन्हें राज्य की जनता डंप कर देगी।’’ मुख्यमंत्री ने माकपा पर भी महज चंद सीटों के लिए मार्क्स और लेनिन की विचारधारा की तिलांजलि देने का आरोप लगाया।