Mahu Violence Latest Updates: मध्य प्रदेश के महू में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के बाद जमकर बवाल देखने को मिला था। आगजनी हुई थी, पथराव हुआ था और कई लोग घायल भी बताए गए। अब इस हिंसा के बाद मध्य प्रदेश पुलिस भी एक्शन मोड में आ चुकी है। इस हिंसा के बाद पुलिस ने 7 FIR दर्ज की हैं, 40 आरोपियों को नामजद किया है और 13 की गिरफ्तारी भी हुई है।

महू में अभी कैसे हैं हालात?

जोर देकर बोला गया है कि हर सीसीटीवी खंगाला जा रहा है और आने वाले दिनों में चिन्हित कर और लोगों को अरेस्ट किया जा सकता है। अभी के लिए महू में 300 से ज्यादा पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं, पूरे जिले को ही एक छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हिंदू-मुस्लिम में किसी भी तरह का तनाव पैदा ना हो, इसकी पूरी कोशिश की जा रही है।

महू में हुआ कितना नुकसान?

वैसे इस हिंसा में 11 बाइक, दो ऑटो रिक्शा, एक कार और एक दुकान जला दी गई थी। 3 घंटे के अंदर में यह सारा बवाल काटा गया था। आरोप-प्रत्यारोप दोनों तरफ से लगे थे, लेकिन असल सच्चाई की जांच अभी भी की जा रही है। जिस स्तर की हिंसा देखने को मिली है, प्रशासन भी काफी परेशान है। कई तस्वीरें भी सामने आई हैं जिनमें बड़े-बड़े पत्थर लोगों के घर में पड़े हैं।

महू में कैसे भड़की थी हिंसा?

कुछ स्थानीय लोगों के मुताबिक जब भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, मध्य प्रदेश के महू में भी जीत का जश्न मन रहा था। उसी कड़ी में एक जुलूस भी निकल गया और उसमें कथित तौर पर जय श्री राम के नारे लगे। उसके बाद ही दूसरा पक्ष नाराज हो गया और फिर दोनों तरफ से पथराव देखने को मिला।

महू में होगी बुलडोजर कार्रवाई?

अभी के लिए प्रशासन का दावा है कि स्थिति को काबू में कर लिया गया है और किसी भी उपद्रवी को छोड़ नहीं जाएगा। विधायक उषा ठाकुर ने तो यहां तक बोला है अगर वीडियो में उपद्रव करने वाले चिन्हित कर लिए गए तो मुख्यमंत्री से मांग कर बुलडोजर चलवाया जाएगा। कहीं से भी कोई सिर उठा तो कठोर से कठोर कार्रवाई होगी, कोई भी देशद्रोही हरकत सहन नहीं की जाएगी। वैसे सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की वजह से बुलडोजर कार्रवाई कुछ मुश्किल दिखाई पड़ती है, यूपी में भी इस पर रोक लगी थी।