मोहम्मद इरफान अख्तर शेख और मोहम्मद महरूफ अली नामक दोनों चोर अच्छी जिंदगी जी रहे थे। उनके पास अपनी मर्सीडीज कार थी। मुंबई के अच्छे होटल में ठहरते थे और चोरी की सफलता के बाद गोवा व अन्य शहरों में जश्न मनाते थे। शेख की उम्र जहां 29 साल थी, वहीं, अली की 25 साल। दोनों की पहचान बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थिति पुपरी गांव राॅबिन हुड के समान थी। वे अपने इलाके में बीमार लोगों के इलाज और गरीब घर की बेटियों की शादी में आर्थिक मदद करते थे। लेकिन शुक्रवार (16 नवंबर) को मुंबई में उनके किस्मत ने दगा दे दिया और लोनावाला के एक बंगले से 6.5 लाख रुपये मूल्य के सामान की चोरी केआरोप में पुणे ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया है, उसमें पुणे ग्रामीण के एसपी संदीप पाटिल और इंस्पेक्टर दायानंद गावड़े शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि दोनों के उपर पुणे, मुंबई, दिल्ली एनसीआर सहित देश के कई शहरों में चोरी करने का आरोप है। लोनावाला बंगले के मालिक ने उन्हें 1 नवंबर को बुलाया और कहा कि उनके घर से कैश, पेन सहित 6.5 लाख रुपये मूल्य के सामान की चोरी हुई है। गावड़े ने कहा, “बंगले में सीसीटीवी लगा हुआ है। हमने सीसीटीवी की फुटेज चेक की और पाया कि इस चोरी की घटना के पीछे दो लोगों का हाथ है। फुटेज में यह भी दिख रहा है कि दोनों एक मर्सीडीज बेंज चला रहे हैं। पुलिस ने कार और दो संदिग्धों के बारे में जांच शुरू की और हमनें उन्हें मुंबई के एक होटल में ट्रैक किया।” गावड़े के अनुसार, पुलिस ने एक जाल बिछाया और संदिग्ध पकड़े गए। पुलिस ने कार, 8800 रुपये और चोरी के लिए उपयोग किए गए सामान बरामद किए।
गावड़े ने बताया, “शेख दिल्ली और उससे सटे इलाकों में चोरी की कई वारदात में शामिल रहा है। अली और शेख को दो साल पहले दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। कुछ समय बाद वे जमानत पर बाहर आ गए। इसके बाद दोनों ने मुंबई का रूख किया और यहां कई वारदातों को अंजाम दिया। दोनों स्कूल से ड्रॉप आउट हैं। दोनों ने दिल्ली और एनसीआर में चोरी की आठ बड़ी वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। इन आठ वारदातों में एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के सामानों की चोरी की गई थी। इसके साथ ही कई अन्य वारदातों को भी अंजाम दिया। हम दिल्ली पुलिस से संपर्क कर रहे हैं।”
पुलिस के अनुसार, शेख और अली ने एक साल पहले एक सेकेंड हैंड मर्सीडीज कार खरीदी थी। दिल्ली के एक बंगले में चोरी के बाद उन्होंने कार के लिए 25 लाख रुपये का भुगतान किया था। वे मर्सीडीज से ही मुंबई चले आए और रास्ते में लक्जरी होटल में ठहरते थे। कभी-कभी वे 15 दिन से ज्यादा ठहरते थे। वे हाई सोसायटी के बंगले की रेकी करते और फिर चोरी की घटना को अंजाम देते थे। फैन्सी कार और उनके ड्रेस की वजह से सिक्योरिटी गार्ड उन्हें रोक-टोक भी नहीं करते थे। शेख और अली महंगे सामानों को उत्तर भारत में बेचते थे। पुलिस ने बताया, “शेख ने हमें कहा कि वे अपने गृह क्षेत्र में गरीबों को इलाज और शादी के लिए पैसे देते थे। शेष पैसों से वे गोवा, दिल्ली और अन्य शहरों में पार्टी करते थे।”