महाराष्ट्र की राजनीति में मनसे प्रमुख राज ठाकरे फिर से एक्टिव दिख रहे हैं। राज ठाकरे इस बार काफी समय बाद शिवसेना पर सीधे तौर पर निशाना साध रहे हैं। इसी क्रम में वो शनिवार को औरंगाबाद पहुंचे जहां रविवार को मनसे की रैली है।
अब शिवसेना ने राज ठाकरे की काट के लिए बाला साहेब को आगे कर दिया है। शिवसेना के संस्थापक स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे, महाराष्ट्र सीएम के पिता और राज ठाकरे के चाचा थे। शिवसेना ने औरंगाबाद की सड़कों पर बाला साहेब के पोस्टर लगा दिए हैं। इस पोस्टर पर लिखा गया है कि बाला साहेब जैसा कोई दूसरा हिन्दू ह्रदय सम्राट नहीं हो सकता है। दरअसल राज ठाकरे अपने आप को इन दिनों हिन्दुत्व का नया चेहरा बनाने की कोशिश में हैं। ये पोस्टर इसी का जवाब माना जा रहा है।
राज ठाकरे ने कुछ दिनों पहले कहा था कि वो तीन मई तक सरकार का टाइम देते हैं कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर अजान बंद कर दिए जाएं, नहीं तो वो अपने हिसाब से इसके खिलाफ काम करेंगे। इसी घोषणा के समय राज ठाकरे ने एक मई को औरंगाबाद में रैली की घोषणा की थी। राज ठाकरे की यह रैली हनुमान चालीसा विवाद को लेकर अहम मानी जा रही है। राज ठाकरे का कहना है कि यदि लाउडस्पीकर पर अजान बंद नहीं हुआ तो वो लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। जिसकी रणनीति तीन मई के बाद बनेगी।
बता दें कि कभी राज ठाकरे शिवसेना में ही थे। उन्हें बाला साहेब ठाकरे का उत्तराधिकारी माना जाता था। उन्हीं के जैसा उग्र व्यवहार के कारण राज ठाकरे, शिवसेना संस्थापक के उत्तराधिकारी कहे जाते थे, लेकिन बाला साहेब ने अपना उत्तराधिकारी भतीजे को छोड़ अपने बेटे उद्धव को चुना। जिसके बाद राज ठाकरे नाराज हो गए और अपनी अलग से पार्टी मनसे बना ली। हालांकि मनसे को अभी तक के चुनावों में कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है।
बाला साहेब जहां हिन्दुत्व को लेकर उग्र थे, जिसके कारण उन्हें हिन्दू ह्रदय सम्राट कहा जाता था तो वहीं राज ठाकरे उत्तर भारतियों के खिलाफ थे। राज ठाकरे ने कई बार उत्तर भारतियों के खिलाफ भड़काऊ और विवादित बयान दिए थे, जिसके कारण हिंसा भी देखी गई थी।
