‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने को लेकर विवाद के बीच, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिवसेना पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच गठबंधन को लेकर नारायण राणे ने निशाना साधते हुए कहा कि शिवसेना के नेता किसी के साथ भी जा सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि अगर रावण भी आकर उन्हें (शिवसेना) 5 साल के लिए सीएम पद की पेशकश कर दे तो वे रावण के साथ चले जाएंगे। नारायण राणे ने कहा कि जहां सत्ता और पैसा होगा शिवसेना वहां जाएगी। उन्होंने अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को सुरक्षा देने को लेकर पूछे गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी। नारायण राणे से राणा परिवार को सुरक्षा देने से जुड़ा एक सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “हम देंगे सुरक्षा। हमारी सुरक्षा से अच्छी सुरक्षा हो ही नहीं सकती, वे(नवनीत राणा) लोकप्रतिनिधि हैं। उन्हें सिर्फ मदद के लिए मुझे कहना है।”

‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के नवनीत राणा और उनके पति के ऐलान के बाद महाराष्ट्र में शनिवार को जमकर हंगामा देखने को मिला। निर्दलीय सांसद के ऐलान के बाद शिवसैनिक उनके घर के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। दिन भर चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच, नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद पुलिस दोनों नेताओं को अपने साथ थाने लेकर गई।

इस बीच, नवनीत राणा ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस से मदद की गुहार लगाते हुए सीएम उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। दरअसल, महाराष्ट्र में मनसे प्रमुख राज ठाकरे के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राज ठाकरे लगातार अपनी मांगों को लेकर महा अघाड़ी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर न हटाए गए तो वे मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। उनके ऐलान के बाद, मनसे कार्यकर्ताओं ने ‘शिवसेना भवन’ के बाहर लाउडस्पीकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोशिश की थी, जिसके बाद कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।