कांग्रेस के साथ संबंधों में तनाव का संकेत देते हुए राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने 2014 के चुनाव में अपनी पार्टी की हार के लिए सीधे-सीधे कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा है। इसपर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने का प्रयास है। पटेल ने कहा, ‘कांग्रेस डूबी और हमें भी ले डूबी।’ पटेल ने यह बात विदर्भ क्षेत्र के अकोला में राकांपा कार्यकर्ताओं को रविवार (11 सितंबर) को संबोधित करते हुए कही। पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा, ‘पिछले पांच वर्षों में सिर्फ कांग्रेस की वजह से उसके कार्यकर्ताओं और समर्थकों और राकांपा को भी भुगतना पड़ा है।’ महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण स्थानीय निकाय चुनाव से पहले पटेल का बयान आया है। कांग्रेस-राकांपा गठबंधन ने राज्य पर 15 साल तक शासन किया।
पटेल ने कहा, ‘घोटाले वास्तव में घोटाले नहीं थे बल्कि कांग्रेस और पृथ्वीराज चव्हाण जैसे नेताओं की हमें बदनाम करने की साजिश थी।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘वो खुद डूब गए, लेकिन हमें भी ले डूबे। लेकिन हम उतने कमजोर नहीं हैं। हम डूबेंगे नहीं, हम जानते हैं कि कैसे तैरा जाता है। हम अपनी शक्ति के साथ वापसी करेंगे और हम साबित करेंगे कि राकांपा किसी से कम नहीं है।’ पटेल ने कहा, ‘हम अब से सावधान रहेंगे। हमें हर चीज के लिए कांग्रेस का समर्थन नहीं करना है। अगर क्षेत्रीय स्तर पर लोग मानते हैं कि कांग्रेस के साथ संबंध रखना उचित है तो वो रख सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, महाराष्ट्र या देश में हमारा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं है।’’
हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एमपीसीसी प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, ‘राकांपा में कुछ लोग इस तरह का बयान देते हैं क्योंकि वो (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी को खुश रखना चाहते हैं।’ सावंत ने कहा, ‘क्या वो (राकांपा) इस तरह का बयान इस डर से दे रहे हैं कि भाजपा सरकार उनके पिछले कुकृत्यों के खिलाफ कार्रवाई करेगी या कोई और कारण है।’ दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि पार्टी राकांपा नेता से तथ्यों का पता लगा रही है और अगर यह राज्य केंद्रित टिप्पणी होगी तो पार्टी की राज्य इकाई इसका जवाब देगी।
