Mumbai Rains, Weather Forecast: देश के कई हिस्सो में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। स्काईमेट वेदर के मुताबिक महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश के कुछ इलाके ऐसे थे जहां पर जमकर बारिश हुई। कई जगहों पर तो बारिश 100 मिली मीटर (एमएम) से भी ज्यादा हुई।
महाराष्ट्र के हरनाई में 59 मिली मीटर की बारिश दर्ज की गई। खंडवा (138 एमएम), मांडला (110 एमएम), करवार (1108 एमएम), नॉर्थ लखीमपुर(86 एमएम), अजमेर (84 एमएम), महाबलेश्वर(79 एमएम), वालपराई (79एमएम), रतलाम (77 एमएम), पलक्कड़ (64एमएम) और हरनाई (59एमएम) में भारी बारिश ने मौसम बेहद सुहाना बना दिया। पिछले कई दिनों से बारिश से जूझ रही मुंबई में आज भी कुछ इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी रहा।
महाराष्ट्र के कई इलाकों में तूफान आने की भी पूरी संभावनाएं
मौसम विभाग के अनुसार शहर के कई इलाकों में तूफान आने की भी पूरी संभावनाएं हैं। जानकारी के मुताबिक मुंबईवासियों को शनिवार को भी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इस दिन भी बादलों की गरज के साथ बारिश होगी और तापमान 27 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
मुंबई की सात झीलों में 4 जुलाई तक 1.73 लाख मिलियन लीटर पानी की मात्रा में । लगातार हो रही बारिश के बाद झील के पानी में बढ़ोतरी हुई है। 27 जून के बाद झीलों को एक लाख मिलियन लीटर से अधिक पानी हासिल हुआ है। हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग विभाग ने यह जानकारी साझा की है।
उत्तर प्रदेश में दाखिल हो चुके मानसून के अगले दो दिन में पूरे राज्य पर छा जाने का अनुमान है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी इलाकों में फुहारें बरसीं मगर पूर्वी क्षेत्रों के ज्यादातर भाग इस राहत से महरूम रहे। आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक अगले दो दिन के अंदर मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा और राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होगी। फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय है और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के इन भागों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई। कुछ जगहों पर भारी वर्षा भी हुई।
छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुख्य रनवे को आखिरकार चार दिन बाद शुक्रवार (5 जुलाई 2019) को पूरी तरह से खोल दिया गया। मुंबई हवाई अड्डे के मुख्य रनवे और घास वाले क्षेत्र के बीच सोमवार रात से फंसे ‘स्पाइसजेट’ के विमान बोईंग 737 को गुरुवार को खींच कर वापस रनवे पर लाया गया। खराब मौसम के कारण उतरते वक्त विमान रनवे से फिसलते हुआ नीचे उतर घास में फंस गया था। इस कारण हवाई अड्डे का मुख्य रनवे सोमवार रात से ही बंद था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में गुरुवार शाम भीषण आंधी और बारिश के चलते एक युवक की कुएं में गिरकर मौत हो गई। घटना के समय वह कुएं से पानी खींच रहा था। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान महेश (35) के रूप् में हुई है। वह फरह थाना क्षेत्र के झुड़ावई गांव का रहने वाला था। उन्होंने बताया कि वह कुएं से पानी निकाल रहा था। तभी तेज आंधी के कारण उसका संतुलन बिगड़ गया और वह कुएं में गिर गया। जब तक उसे कोई निकाल पाता, उसने दम तोड़ दिया।
मुंबई में मानसून आए हुए अभी दिन दस दिन ही हुए हैं और शहर में पूरे सीजन के लिए जरुरी 50 फीसदी के करीब बारिश हो चुकी है। आंकड़ों के मुताबिक सीजन के लिए 2,272 मिलीमीटर बारिश जरूरी है जबकि अभी तक 1,043 मिमी बारिश हो सकी है। शहर में मानसून 25 जुलाई को आया था और तीन दिन बाद भारी बारिश शुरू हो गई।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में बृहस्पतिवार को भीषण गर्मी और उमस से कारण अलग-अलग प्राथमिक विद्यालयों में सात बच्चे बेहोश हो गए और एक बच्चे की नाक से खून निकलने लगा। सभी बच्चों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है। जिला मुख्यालय ने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह वृन्दावन कोतवाली क्षेत्र के अरहेरा गांव के प्राथमिक विद्यालय में तीसरी कक्षा के छात्र अंकित की नाक से अचानक खून बहने लगा। उसे तुरंत उपचार के लिए ले जाया गया। हाईवे थाना क्षेत्र के बिरजापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रार्थना के समय पांचवी कक्षा की छात्रा संजना बेहोश होकर गिर गई। छात्रा को पानी पिलाया गया और सामान्य होने पर फिर उसे घर भेज दिया गया।
मौसम विभाग ने शुक्रवार (5 जुलाई, 2019) को इसके आसपास के इलाकों में रुक-रुककर बारिश होने की आशंका व्यक्त की है। बता दें कि बीते गुरुवार से शहर में हो रही बारिश बाद में धीरे-धीरे कम हो गई। बीती रात रात 8:30 बजे तक 12 घंटे में कोलाबा ऑब्जर्वेटरी में 11.2 मिमी बारिश दर्ज की गई और सांताक्रूज में 22.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मुंबई में मानसून आए हुए अभी दिन दस दिन ही हुए हैं और शहर में पूरे सीजन के लिए जरुरी 50 फीसदी के करीब बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सीजन के लिए जरूरी बारिश 2272 मिलीमीटर है जबकि अभी तक 1043 मिमी बारिश हो सकी है। शहर में मानसून 25 जुलाई को आया था और तीन दिन बाद भारी बारिश शुरू हो गई।
दिल्लीवासियों के लिए शुक्रवार की सुबह काफी उमस भरी रही। सुबह में शहर का न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से एक डिग्री नीचे 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।आर्द्रता 81 प्रतिशत दर्ज की गई। दिल्लीवासियों को चिलचिलाती गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है क्योंकि अगले 24 घंटों में राष्ट्रीय राजधानी में मानसून पहुंचने की उम्मीद है। पिछले 24 घंटों में, सफदरजंग वेधशाला ने 1.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है, जिसके आंकड़े को शहर के लिए आधिकारिक आंकड़ा माना जाता है, जबकि पालम वेधशाला ने 6.4 मिमी बारिश दर्ज की है। आयानगर में इस अवधि में सबसे अधिक 17.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों ने हल्की बारिश या गरज के साथ आसमान में सामान्य रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी हिस्सों के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की और एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई वहीं पश्चिमी हिस्सों के कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रतापगढ़ में 14 सेंटीमीटर, डूंगरपुर जिले के आसपुर में 14 सेंटीमीटर, बांसवाड़ा के लाहोरिया में 11 सेंटीमीटर, छोटीसादडी 10 सेंटीमीटर, साबला 9 सेंटीमीटर, धारियावाड 9 सेंटीमीटर, शाहबाद में 8 सेंटीमीटर, बांसवाडा में 8 सेंटीमीटर, जगपुरा में 8 सेंटीमीटर, आरनोद में 8 सेंटीमीटर, निथुआ 7 सेंटीमीटर, लाडपुरा 7 सेंटीमीटर,केसरपुरा 7 सेंटीमीटर, दुर्गापुर तहसील में 7 सेंटीमीटर, घाटोल में 7 सेंटीमीटर, निम्बाहेडा में 7 सेंटीमीटर, कोटा में 7 सेंटीमीटर सागवाडा में 7 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं आज सुबह से शाम तक डबोक में 18.7 मिलीमीटर, चूरू में 0.8 मिलीमीटर, कोटा में 0.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मुंबई हवाई अड्डे के मुख्य रनवे और घास वाले क्षेत्र के बीच सोमवार रात से फंसे ‘स्पाइसजेट’ के विमान बोईंग 737 को खींच कर वापस रनवे पर लाया गया। खराब मौसम के कारण उतरते वक्त विमान रनवे से फिसलते हुआ नीचे उतर घास में फंस गया था। इस कारण हवाई अड्डे का मुख्य रनवे सोमवार रात से ही बंद था। अधिकारियों ने बताया कि देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा अपने ‘सेकेंडरी रनवे’ से काम चला रहा था जहां से एक घंटे में केवल 35 विमानों का परिचालन संभव है। जबकि मुख्य रनवे से प्रतिघंटा 48 विमानों का परिचालन हो सकता है। ‘एअर इंडिया इंजीनियरिंग र्सिवसेज लिमिटेड’ की एक टीम मंगलवार दोपहर से ही विमान को हटाने के काम में जुटी थी। ‘मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड’ के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि रनवे 09/27 में फंसे स्पाइसजेट के विमान को रात 11 बजकर 10 मिनट पर वापस रनवे पर खींच लिया गया। प्रवक्ता ने हालांकि यह नहीं बताया कि मुख्य रनवे से विमानों का परिचालन कब से शुरू होगा।
महाराष्ट्र में वाशिम जिले के एक गांव में बाढ़ के पानी से उफनता नाला पार करने की कोशिश कर रही 14 वर्षीय एक किशोरी और उसका भाई पानी में बह गए और उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना वाघी बुद्रुक गांव में हुई। दोनों भाई बहन स्कूल से घर जा रहे थे। शीरपुर जैन पुलिस थाना के निरीक्षक राहुल वाधवा ने बताया ‘‘बच्चों की पहचान पूजा पवार और उसके सात साल के भाई पारस पवार के तौर पर हुई है। भारी बारिश की वजह से नाले में बाढ़ आ गई थी। पूजा और पारस के साथ दो अन्य बच्चे भी नाला पार करते समय पानी में बह गए थे। स्थानीय निवासियों ने दोनों बच्चों को बचा लिया लेकिन पूजा और पारस को नहीं बचा पाए।’’ संत गदगेबाबा इमर्जेन्सी स्क्वाड के गोताखोरों को पूजा और पारस के शव गुरुवार को मिले। निरीक्षक ने बताया ‘‘दुर्घटनावश मौत का एक मामला दर्ज किया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।’’
आज मुंबई हवाईअड्डे के प्राधिकारियों द्वारा स्पाइस जेट के फंसे बोइंग-777 विमान को खींचकर हैंगर में पहुंचाए जाने की उम्मीद है। स्पाइस जेट का यह विमान सोमवार रात को बारिश के कारण हवाईअड्डे की मुख्य हवाई पट्टी से फिसलकर पास में ही घास वाले इलाके में फंस गया था। इस विमान ने मुख्य हवाई पट्टी को बाधित कर रखा है जिसकी वजह से दूसरी हवाई पट्टी से परिचालन करना पड़ रहा है। एयर इंडिया के इंजीनियरों के एक दल ने बुधवार को इस विमान को मुख्य हवाईपट्टी से तो हटा दिया लेकिन यह अभी भी घास में फंसा हुआ है। सूत्रों ने जानकारी दी कि मुख्य हवाई पट्टी से परिचालन बृहस्पतिवार को भी बाधित रहा। हालांकि इस विमान को शुक्रवार तक खींच कर (टो करके) हैंगर में पहुंचाए जाने की संभावना है।
महाराष्ट्र के तटीय रत्नागिरी जिले में तिवारे बांध टूटने की घटना में अभी तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। चिपलुन तालुका में स्थित बांध तटीय कोंकण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण बृहस्पतिवार रात को टूट गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कम से कम पांच अन्य लोग अब भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों में से एक की पहचान अभी नहीं हुई है। पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तलाश अभियान में जुटे हैं। कुछ शवों की पहचान... चन्द्रभागा चव्हाण (75), आत्माराम चव्हाण (75) और उनके परिजन पांडुरंग (55), शारदा (44), दशरथ (20), संदेश धाड़वे (18), नंदराम (55), वैष्णवी (20), अनुसुइया (70), रविन्द्र (45), राकेश घनेकर (30), सुनील पवार (33) और रितुजा चव्हाण (26) के रूप में हुई है।