महाराष्ट्र से भर्ती की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे सैकड़ों अर्धसैनिक बल के अभ्यर्थी शुक्रवार को आगरा पहुंचे। उम्मीदवार महाराष्ट्र के नागपुर से दिल्ली तक मार्च पर हैं, जहां वे 25 जुलाई को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। अभ्यर्थी सरकार से अर्धसैनिक बलों में रिक्त पदों को भरने के लिए भर्ती अभियान शुरू करने की मांग कर रहे हैं।

करीब 44 दिनों से लगातार अभ्यर्थी चल रहे हैं। यात्रा के 44वें दिन सुबह साढ़े सात बजे अभ्यर्थियों का दल ‘सरकार वर्दी दे या अर्थी’ के नारे लगाते हुए आगरा पहुंचा। आगरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने दल का स्वागत किया और उन पर पुष्प वर्षा भी की। कांग्रेस के प्रदेश सचिव अमित सिंह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के अड़ियल रवैये ने देश को इस कदर उलझा दिया है कि न पैसा है और न ही रोजगार। अमित सिंह ने कहा कि इस देश के युवा मोदी सरकार से बहुत निराश हैं।

अर्धसैनिक बलों के उम्मीदवारों के मार्च का नेतृत्व कर रहे विशाल लंगड़े ने बताया कि उन्होंने अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा पास की है और मेडिकल परीक्षा भी दी है। लेकिन रिक्त पद होने के बावजूद उन्हें जॉइनिंग पत्र नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि पत्र प्राप्त करने के लिए हर संभव कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

युवाओं ने बताया कि 2018 में अर्धसैनिक बलों की 60210 पदों के लिए भर्ती निकली थी जिसमें युवाओं ने हिस्सा लिया था। सरकार ने उसमें से 55912 लड़के लड़कियों को नियुक्त किया था। शेष लगभग 4000 पद अभी तक नहीं भरे गए हैं। युवाओं का कहना है कि उन्होंने मेडिकल, शारीरिक जांच परीक्षा सहित सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली है। परंतु सरकार ने उन्हें आज तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया है और वह इसके लिए लगातार 16 महीने से आंदोलन कर रहे हैं।

महिलाओं के दल में शामिल रूपाली ने कहा कि मार्च में कुल 200 उम्मीदवार भाग ले रहे थे, जिसमें 170 लड़के और 30 लड़कियां शामिल थीं। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती उनका धरना जारी रहेगा।