पिछले 10 दिनों से महाराष्ट्र में एक के बाद एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है जिसके साथ राज्य की सियासत और रोचक होती जा रही है। मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा के बाद अब डिप्टी सीएम के नाम का भी ऐलान कर दिया गया है। महाराष्ट्र के नए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होंगे। हालांकि, पहले बीजेपी नेता ने इस बात का ऐलान किया था कि वो राज्य की सत्ता से ही बाहर रहेंगे, लेकिन अब कहा जा रहा कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अपील पर देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कहने पर देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा व सेवाभाव का परिचायक है। इसके लिए मैं उन्हें हृदय से बधाई देता हूं।”
वहीं, नड्डा ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया है कि देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने कहा, “फडणवीस से मेरा व्यक्तिगत अनुरोध है और केंद्रीय नेतृत्व का कहना है कि उन्हें महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में कार्यभार संभालना चाहिए।”
बता दें कि एकनाथ शिंदे ने आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पिछले करीब 10 दिनों से महाराष्ट्र की सियासत उफान पर थी। एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के तकरीबन 30 विधायक बगावती तेवर अख्तियार कर पहले गुजरात और फिर गुवाहाटी चले गए थे, जिसके बाद महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे।
शिवसेना दो गुटों में बंट गई थी, जिसमें एक शिंदे गुट और दूसरा उद्धव गुट। इस दौरान, फ्लोर टेस्ट की चर्चाएं भी खूब हुईं, जिस पर रोक लगाने के लिए उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, लेकिन यहां भी असफलता ही मिली और कोर्ट ने याचिका खारिज कर फ्लोर टेस्ट पर रोक से इनकार कर दिया। कोर्ट के इसी फैसले ने महाराष्ट्र की पूरी सत्ता पलट दी और इसके बाद बुधवार को उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उधर, शिंदे लगातार इस बात का दावा कर रहे थे कि उन्हें 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। इस तरह एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही राज्य की सियासत में चल रहा घमासान आखिरकार निर्णायक मोड पर पहुंच गया।
